रायपुर: बिलासपुर एयरपोर्ट से विमान सेवाओं को शुरू करने के एलान के बाद से प्रदेश में श्रेय लेने की राजनीति तेज हो गई है. एक तरफ जहां बीजेपी इसे केंद्र सरकार की उपलब्धि बता रही है. वहीं कांग्रेस भी पीछे नहीं है.
प्रदेश की कांग्रेस सरकार और पूर्व बीजेपी गवर्मेंट दोनों ही इसे अपने कार्यकाल की उपलब्धि बता रहे हैं. इस बीच कृषि मंत्री रविंद्र चौबे का बयान सामने आया है. उन्होंने अपने बयान में कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार को ही इस उपलब्धि का श्रेय मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि, 'हमने ही बिलासपुर एयरपोर्ट के लिए ज़मीन आवंटित की थी'.
केंद्रीय विमानन मंत्री हरदीप पुरी ने अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर बिलासपुर एयरपोर्ट शुरू करने का श्रेय लेने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री बघेल ने मुलाकात की थी और पूरा श्रेय खुद ले लिया. जबकि नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और भाजपा सांसद अरुण साव ने बिलासपुर से हवाई सुविधा शुरू करने के लिए प्रस्ताव दिया था.
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सीएम ने जताया था आभार
भूपेश बघेल ने अंबिकापुर एयरपोर्ट से विमान सेवा प्रारंभ करने और जगदलपुर एयरपोर्ट से महानगरों के लिए विमान सेवा शुरू किए जाने के संबंध में भी केंद्रीय मंत्री से चर्चा की थी. इन मांगों पर भी केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने सकारात्मक पहल का आश्वासन दिया था. मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री बघेल ने बिलासपुर हवाई अड्डे को हाल ही में 3सी वीएफआर श्रेणी में अपग्रेड करने और तीन शहरों के लिए विमान सेवा को हरी झंडी देने पर आभार भी जताया था.
50 जवानों की होगी तैनाती
बिलासपुर एयरपोर्ट के लिए 3 सी लाइसेंस जारी होने के बाद सुरक्षा के लिए जवानों की तैनाती जरूरी हो गई है. जिसकी व्यवस्था राज्य सरकार को करनी है.छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के 50 जवान एयरपोर्ट के लिए तैनात किए जाएंगे. जिसकी सूचना संबंधित अधिकारियों को दी गई है. डायरेक्टर बीरेन सिंह ने इसकी कागजी औपचारिकताएं पहले से पूरी कर ली थी.अब जवानों का एयरपोर्ट पर आना बाकी है.इन जवानों को एयरपोर्ट के चारों ओर तैनात किया जाएगा.
1 मार्च से शुरू होगी विमान सेवा
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने बिलासपुर-भोपाल उड़ान की स्वीकृति दे दी है. अब संचालक कंपनी को उड़ान की मंजूरी देना ही शेष रह गया है. लाइसेंस मिलने के बाद माना जा रहा है. कि फरवरी माह में बिलासपुर-भोपाल उड़ान के लिए कागजी कार्रवाई पूरी हो जाएगी. कागजी कार्रवाई के पूरे होते ही विमान संचालक कंपनी की ओर से एयरपोर्ट का सर्वे करके अपनी व्यवस्था बनाई जाएगी. विमान संचालन से पहले कंपनी को ढेर सारी तैयारियां करनी पड़ती है.जो कि आवश्यक होती है.