रायपुर : हाथरस में कथित तौर पर दुष्कर्म और पीड़िता की मौत के बाद पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हुआ. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने भी जगह-जगह प्रदर्शन किया और राज्यपाल को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. लेकिन यहां अलग की तस्वीर देखने को मिली. प्रदेश में जहां एक तरफ कांग्रेस हाथरस पर भाजपा को घेर रही थी, वहीं भाजपा ने केशकाल में गैंगरेप और आत्महत्या के मामले पर राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
राहुल और प्रियंका गांधी हाथरस पहुंचे तो भाजपा ने सवाल किया कि छत्तीसगढ़ कब आ रहे हैं. वहीं भाजपा का प्रतिनिधि दल केशकाल भी पहुंचा. सरकार से जब ये सवाल किया गया कि प्रदेश में हो रही रेप की घटनाओं पर क्या स्टैंड है, तो कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आरोपियों को सरकार का संरक्षण है, वहीं छत्तीसगढ़ में सभी आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं. जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है.
'बलात्कार जैसी घटनाओं को राजनीतिक रंग'
राज्य में बढ़ रहे रेप के मामलों को लेकर छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष डॉक्टर किरणमयी नायक कहती हैं कि फिलहाल सरकार और प्रशासन अपना काम मुस्तैदी से कर रहे हैं, थोड़ा धीरज रखने की जरूरत है. वहीं सामाजिक कार्यकर्ता ममता शर्मा कहती हैं कि राजनीतिक दल संवेदना से परे हटकर बलात्कार जैसी घटनाओं को राजनीतिक रंग देते हैं. कांग्रेस के लिए हाथरस और भाजपा के लिए केशकाल भले राजनीति का रास्ता हो सकता है, लेकिन पीड़ितों की इंतजार की राहें खत्म नहीं होती.