रामलला प्राण प्रतिष्ठा पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस करेगी हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ, चंदखुरी में होगा भव्य आयोजन - 22 january
Hanuman Chalisa On 22 january छत्तीसगढ़ कांग्रेस 22 जनवरी को पूरे प्रदेश में हनुमानजी की भक्ति में लीन रहेगी. जिला मुख्यालयों और प्रमुख मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा.
रायपुर: अयोध्या राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला प्राण प्रतिष्ठा पर भाजपा देशभर में भव्य कार्यक्रम आयोजित कर रही है. उस दिन के कांग्रेस ने भी एक बड़ा ऐलान किया है. कांग्रेस इस दिन सभी जिला मुख्यालय में हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करेगी. चंदखुरी स्थित माता कौशल्या मंदिर में भी सुंदरकांड का पाठ किया जाएगा. इसकी जानकारी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने दी.
दीपक बैज ने बताया कि कांग्रेसी 22 जनवरी को अपने दिन की शुरुआत मंदिर में पूजा पाठ के साथ करेंगे. दीपक बैज ने कहा कि हम संदेश देना चाहते हैं कि आस्था के लिए किसी को भी भारतीय जनता पार्टी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं हैं.
भाजपा भगवान राम के नाम पर राजनीति करती है और वोट मांगती है लेकिन हमें भगवान राम के नाम पर राजनीति नहीं करनी, आस्था का सवाल है वह हमारे दिल में है.- दीपक बैज, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष
रामनवमी के दिन प्राण प्रतिष्ठा क्यों नहीं:अयोध्या राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन को लेकर दीपक बैज ने कहा कि शंकराचार्य लगातार रामलला प्राण प्रतिष्ठा का विरोध कर रहे हैं. उनकी बातों को दरकिनार और अनसुना करते हुए यह आयोजन किया जा रहा है. इस तरह का प्राण प्रतिष्ठा करना कहीं ना कहीं धर्म गुरुओं का अपमान है. राम मंदिर अधूरा है तो इतनी जल्दबाजी क्यों की जा रही है. रामनवमी आने वाली है उस समय भी प्राण प्रतिष्ठा की जा सकती थी. लेकिन भारतीय जनता पार्टी के लिए सामने लोकसभा चुनाव है. उन्हें भगवान राम के नाम पर वोट मांगना है. भगवान राम के नाम पर उन्हें राजनीति करना है. उनकी बातों से हमारे शंकराचार्य बहुत से साधु संत सहमत नहीं है. "
राम वन गमन पथ का कांग्रेस ने किया विकास: बैज ने कहा पिछले 5 साल की हमारी सरकार में चंद्रपुरी में माता कौशल्या के मंदिर का जीणोद्धार किया. यहां से लेकर सुकमा तक रामाराम मंदिर का काम हमारी सरकार ने किया. राम वन गमन पथ के माध्यम से बहुत से स्थलों को पर्यटन स्थल के रूप में आस्था के रूप में कांग्रेस सरकार ने विकसित किया है. भाजपा राम के नाम पर राजनीतिक रोटी सेंक रही है.