रायपुर:पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कांग्रेस के आरोपों को लेकर जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर यह आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा उनकी आय से ज्यादा संपत्ति की शिकायत विनोद तिवारी नामक व्यक्ति ने की थी. इस संबंध में रमन सिंह ने कहा कि उन्होंने अपनी संपत्ति का ब्यौरा प्रत्येक चुनाव में शपथ पत्र के माध्यम से दिया है. उन्होंने कहा कि साल 2008 से 2013 के बीच आयकर विभाग ने इस संबंध में जांच की और उसमें कोई त्रुटि नहीं पाई गई थी. आयकर विभाग सभी विधायकों के शपथ पत्र की जांच करता है.
पूर्व CM रमन सिंह का कांग्रेस पर पलटवार रमन सिंह पर पनाम पेपर के संबंध में भी आरोप लगाए गए हैं, जिसे लेकर उन्होंने कहा कि इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एसआईटी का गठन किया गया है, जो पूरे देश में इस तरह के प्रकरण की जांच कर रही है. रमन सिंह ने कांग्रेस के लगाए गए आरोपों को लेकर कहा कि यदि कांग्रेस सरकार यह मानती है कि छत्तीसगढ़ पुलिस, सुप्रीम कोर्ट से बड़ी है और वह इस विषय में सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी से अच्छी जांच कर सकती है तो वह उसका स्वागत करते हैं.
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पूर्व में अगस्ता वेस्टलैड हेलीकाप्टर खरीदी के मामले में सुप्रीम कोर्ट में पीटिशन लगी थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट की डबल बेंच ने तथ्यों के अभाव में खारिज कर दिया. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट की डबल बेंच ने अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकाप्टर खरीदी के समय अभिषेक सिंह के विदेश में खाता खोलने संबंधी याचिका भी खारिज कर दी थी.
इन मुद्दों पर बोले पूर्व सीएम रमन सिंह-
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की बीस महीने की सरकार कैसे चल रही है यह जनता भली भांति जानती है.
- 20 महीने की कांग्रेस सरकार में भष्टाचार इतना बढ़ गया कि सरकार के प्रमुख पदों पर बैठे अधिकारियों के यहां इनकम टैक्स और ED ने छापा मारा.
- सरकार की अव्यवस्था इतनी है कि मुख्यमंत्री निवास से लेकर क्वॉरेंटाइन सेंटर तक लोग आत्महत्या कर रहें हैं.
- पूरे राज्य में चर्चा है कि कोयले में 25 रूपए का कौन सा टैक्स लग रहा है.
- प्रदेश की वित्तीय व्यवस्था इतनी चरमरा गई है कि किसानों को समर्थन मूल्य की राशि देने के लिए फिर से 1300 करोड़ रुपए का कर्ज लिया जा रहा है.
- बेरोजगारी का ये आलम है कि नई भर्ती तो दूर की कौड़ी है, पूर्व में की गई भर्ती का भी आदेश जारी नहीं हो रहा है.
- प्रदेश में निर्माण कार्य बीस महीने से रूके हुए हैं. ऐसा लगता है पूरी सरकार ही क्वॉरेंटाइन हो गई है.
- प्रशासनिक अव्यवस्था के चलते किसी अधिकारी को 6 महीने से ज्यादा काम करने नहीं दिया जा रहा है.
- गौठानों में गायें मर रही हैं और क्वॉरेंटाइन सेंटर में आदमी मर रहे हैं.
- कोरोना महामारी को रोकने में सरकार पूरी तरह असफल रही है, लगातार प्रदेश की स्थिति खराब होती जा रही है.
- पूर्ण शराब बंदी तो दूर की बात है, अवैध शराब पूरे प्रदेश में बिक रही है.
- एक तरफ प्रदेश की वित्तीय स्थिति का संकट दूसरी तरफ कोरोना से बिगड़ती व्यवस्था का संकट, ऐसा लगता है कांग्रेस की सरकार आते ही प्रदेश में ग्रहण लग गया है. पिछले 15 साल में ऐसा ग्रहण कभी नहीं लगा.