रायपुर: राजधानी रायपुर समेत पूरे प्रदेश में फिर एक बार शादी-ब्याह का सीजन 15 अप्रैल से शुरू होने जा रहा है, जो कि 9 जुलाई तक रहेगा. 10 जुलाई को देवशयनी एकादशी के बाद फिर से विवाह और मांगलिक कार्य लगभग 4 महीने के लिए बंद हो जाएंगे. 15 अप्रैल से 9 जुलाई के बीच शादी-ब्याह के लगभग 42 मुहूर्त हैं, जिसमें लोग सोने-चांदी के जेवरात और कपड़ों की खरीदारी करेंगे. वहीं, इस बार सर्राफा और कपड़े के कारोबारी अच्छा कारोबार होने की उम्मीद जता (crowd of customers in bullion and cloth shop in Raipur) रहे हैं. जनवरी माह में कॉटन के कपड़ों में लगभग 25 फीसद की वृद्धि हुई है. बीते 2 सालों तक कोरोना की वजह से कपड़ा और सर्राफा का कारोबार काफी हद तक प्रभावित हुआ था. वहीं, शादी-ब्याह में भी कई तरह की पाबंदी लगा दी गई थी.
रायपुर में शादी सीजन शुरू होते ही सर्राफा और कपड़ा कारोबार में लौटी रौनक अधिक हो रही इस बार शादियां:साल 2022 में जनवरी के माह में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के कारण सर्राफा और कपड़े के कारोबारियों में थोड़ी मायूसी जरूर छाई थी. हालांकि होली और दूसरे त्यौहार आने से शादी- ब्याह का सीजन शुरू हो गया और लोग बिना किसी डर के काफी संख्या में शादी का आयोजन कर रहे हैं. शादी के साथ ही धार्मिक आयोजन भी लगातार शहर में हो रहा है. कोरोना संक्रमण की रफ्तार काफी कम हो चुकी है, जिसके कारण लोगों में अब कोरोना का भय देखने को नहीं मिल रहा है.
इस बार अच्छी ग्राहकी की उम्मीद: ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कपड़ा कारोबारी अशोक गोलछा कहते हैं कि कोरोनाकाल के समय भी कई शादियां हुई थी. लेकिन कई तरह की पाबंदी के कारण लोगों में उत्साह और खुशी देखने को नहीं मिली थी. लेकिन इस बार कोरोना का भय खत्म होने के बाद लोगों में उत्साह और खुशी देखने को मिल रहा है. अब लोग बिना किसी पाबंदी और शर्त के अपने-अपने घरों में शादी का आयोजन कर रहे हैं. कुछ महीनों में शादी-ब्याह के सीजन में लोगों ने कपड़ों की अच्छी खरीदी की है. आने वाले समय में भी दुकानदार अच्छी ग्राहकी की उम्मीद कर रहे है. कपड़ा कारोबारी बताते हैं कि साल 2022 में कॉटन के कपड़ों में लगभग 25 फीसद की वृद्धि हुई है. लेकिन इसका असर ग्राहकी पर देखने को नहीं मिला.
कपड़े के दुकान में दिखी रौनक:वहीं, कपड़ा कारोबारी घनश्याम छत्रे ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहा कि शादियों में दुल्हन की साड़ी, सिल्क की साड़ी, नेट की साड़ी, वर्क और जरी वाली साड़ी, इसके साथ ही अपने सगे संबंधी और रिश्तेदारों को बांटने के लिए भी साड़ी की खरीदी करते हैं. लोग अपने बजट के हिसाब से कपड़े की खरीदी बाजार से करते हैं. 2 सालों तक कोरोना और लॉकडाउन की वजह से दुकानें बंद होने की वजह से कपड़े का कारोबार भी प्रभावित हुआ था.
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सोने-चांदी के दाम स्थिर होने पर होगी अच्छी खरीदारी: इधर, सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू का कहना है कि होली के बाद से बाजार में रौनक दिख रही है. चाहे वह सर्राफा बाजार हो या फिर कपड़े का बाजार... लोगों में उत्साह साफ तौर पर झलक रही है. आने वाले शादी-विवाह के सीजन में भी सर्राफा और कपड़े का बाजार इसी तरह गुलजार रहने की उम्मीद सर्राफा व्यापारी को है. उनका कहना है कि सोने और चांदी के दाम स्थिर हैं. सोना और चांदी की खरीदी शादी-ब्याह के साथ ही सुरक्षित निवेश के हिसाब से भी लोग सोने की खरीदी करते हैं. आने वाले शादी सीजन में सोने और चांदी के दाम फिर से एक बार बढ़ने की बात सर्राफा कारोबारी कर रहे हैं. लेकिन इसका असर ग्राहकी पर नहीं पड़ेगा.
सर्राफा व्यापारियों को अच्छी ग्राहकी की उम्मीद: वहीं, सर्राफा कारोबारी तरुण कोचर कहते हैं कि रूस यूक्रेन युद्ध के कारण सोने और चांदी के दाम में स्थिरता बनी हुई है. बीते 2 सालों तक कोरोना के कारण लोग डरे सहमे थे. कई लोगों ने अपने घरों में होने वाली शादियों को भी स्थगित कर दिया था. लेकिन इस बार कोरोना का भय लोगों में देखने को नहीं मिल रहा है. शहरी क्षेत्र के साथ ही ग्रामीण इलाकों में भी शादी-ब्याह बहुत ज्यादा मात्रा में हो रहे हैं. ऐसे में सर्राफा कारोबारियों को अच्छे कारोबार की उम्मीद है. बाजार में रौनक होली के बाद से बढ़ गई हैं और यह रौनक आने वाले समय में और भी बढ़ने की उम्मीद कारोबारी जता रहे हैं.