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SPECIAL: ट्रैफिक रूल्स तोड़े तो घर आएगा चालान, ऑनलाइन होगा पेमेंट

छत्तीसगढ़ पुलिस भी हाईटेक हो रही है. अब आप ट्रैफिक पुलिस को चालान बनाते देख नहीं कहेंगे कि 'पैसा कमा रहे हैं' क्योंकि नई व्यवस्था के तहत विभाग ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा दे रहा है. यानी अगर आपने रूल्स नहीं माने तो आपका कैशलेस चालान कटेगा.

Hitech chhattisgarh Police
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Published : Nov 9, 2020, 5:47 PM IST

रायपुर: जब पूरी दुनिया डिजिटल हो छत्तीसगढ़ पुलिस क्यों नहीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल भारत और कैशलेस पेमेंट पर छत्तीसगढ़ पुलिस कदम आगे बढ़ा रही है. राजधानी की ट्रैफिक पुलिस ने भी कैशलेस चालान का सिस्टम शुरू किया है. इसके तहत अब रायपुर ट्रैफिक पुलिस की टीम सड़क पर चालान के पैसे न लेकर ऑनलाइन पेमेंट का विकल्प दे रही है. डीएसपी का कहना है कि अब तक 30 डिवाइस ई-चालान के लिए दी गई हैं. एक तरफ जहां विभाग इसे पारदर्शी बनाने की कोशिश में है, वहीं लोगों की अपनी परेशानियां हैं.

कितना आसान है ई-चालान का सिस्टम

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पहले चालान कटने पर कैश से पेमेंट होता था, जिसकी वजह से कई शिकायतें सामने आती थी. कई बार घूसखोरी और सरकारी रिवेन्यू में धांधली की शिकायतें मिलती रहती थी. जिसे रोकने के लिए अब डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा दिया जा रहा है. यानी अब जो भी व्यक्ति ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हुए पाया जाता है. उनसे ट्रैफिक पुलिस क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड या ऑनलाइन पेमेंट के माध्यम से ही पैसे लेगी. ताकि इसका रिकॉर्ड भी रहे और शिकायत का कोई मौका न मिले. ई-चालान और पेमेंट के लिए रायपुर के लगभग सभी चौक-चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस को स्वाइपिंग कार्ड मशीन भी दिया गया है.

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इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से निगरानी

रायपुर ट्रैफिक पुलिस ट्रैफिक नियमों का पालन न करने वालों पर इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (Integrated Traffic Management System) आईटीएमएस की मदद से निगरानी रख रही है. पुलिस ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले लोगों के पास उनके मोबाइल नंबर पर चालान की रसीद भेज रही है. चालान के साथ पुलिस उसे जमा करने के ऑप्शन भी भेज रही है. इसके अलावा अगर सर्वर में कोई तकनीकी खराबी आ रही हो तो चालान जिला ट्रैफिक पुलिस के कार्यालय में भी जमा करने के ऑप्शन दिए जा रहे हैं.

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350 सीसीटीवी कैमरे से निगरानी

रायपुर शहर के भीतर 45 से ज्यादा चौक-चौराहों पर स्मार्ट सिग्नल लगया गया है. जहां 350 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे और आईटीएमएस से लाइव निगरानी की जा रही है. सीसीटीव कैमरे गोल चौक, डीडी नगर, महादेव घाट पुल के दोनों ओर, सोरोना चौक, कबीर नगर, गुरुद्वारा रोड, अमलीडीह, भनपुरी चौक, फाफाडीह चौक, जय स्तंभ चौक, स्टेशन रोड, तेलीबांधा चौक, मरीन ड्राइव चौक, भगत सिंह चौक, देवी नगर चौक, घड़ी चौक और विधानसभा रोड पर लगाया गया है. पुलिस इन कैमरे की मदद से ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वालों पर कड़ी नजर रख रही है.

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30 डिवाइस से कट रहे ई-चालान

ई-चालान को लेकर ट्रैफिक डीएसपी सतीश ठाकुर बताते हैं, अभी तक वे मैनुअली चालान काटा करते थे, लेकिन अब उन्हें जो डिवाइस मिली है उससे ई-चालान काटा जा रहा है. रायपुर ट्रैफिक पुलिस को अभी तक 30 डिवाइस दिए गए हैं, जिससे ई-चालान काटा जा रहा है. यह डिवाइस आरटीओ से इंटीग्रेटेड है, जैसे ही ट्रैफिक पुलिस वाले गाड़ी नंबर उसमें टाइप करेंगे, उन्हें गाड़ी का पूरा डाटा मिल जाएगा. पुलिस वाले को उसी वक्त ये भी दिख जाएगा कि उस गाड़ी का पहले भी कितनी बार चालान कट चुका है और अभी तक उसने कितना भुगतान कर दिया है. दरअसल, एक ही ड्राइवर अगर कई बार एक ही गलती को दोहराता है तो उसका लाइसेंस निरस्त कर किया जा सकता है.

ऑनलाइन चालान पटाने में भी परेशानी

ई-चालान को जितना आसान समझा जा रहा है, दरअसल ये उतना भी आसान नहीं है. रायपुर जिला परिवहन कार्यालय पहुंचे चालान पटाने वाले लोगों का कहना है कि पुलिस ई-चालान को जितना आसान बता रही है, असल में वो इतना भी आसान नहीं है. कई बार चालान पटाने के बाद भी पेमेंट नहीं हो पाता है. ऐसे में ऑनलाइन पेमेंट के बाद भी जिला परिवहन कार्यालय आना पड़ता है. ऐसे में उन्हें दोगुनी परोशानियों का सामना करना पड़ता है.

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सर्वर डाउन होने की समस्या

ट्रैफिक पुलिस ऑफिस में चालान पटाने आए मोहम्मद इरशाद ने बताया कि उनके गाड़ी का चालान कटा है. इसकी जानकारी उन्हें मोबाइल फोन के माध्यम से मिली थी. जिसे पटाने वो ऑफिस पहुंचे थे. मोहम्मद इरशाद का कहना है कि वे सर्वर डाउन होने के कारण वे अपना चालान नहीं पटा पा रहे हैं. जिसके कारण बीमार होने की स्थिति में भी उन्हें ऑफिस आना पड़ा है.

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