रायपुर : पुलिस ने शहर के 20 थाना क्षेत्रों के गुंडे बदमाशों के घर एक साथ दबिश दी है. पुलिस ने कई चाकूबाज और गुंडे बदमाशों समेत 217 लोगों को गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई रायपुर पुलिस ने तड़के सुबह 5 बजे की है. इसमें 59 आरोपियों से पुलिस ने चाकू जब्त किया है. 16 आरोपियों पर आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है. दो आरोपियों के पास से पुलिस ने 1 किलो 100 ग्राम गांजा भी बरामद किया. पुलिस की इस कार्रवाई में 4 स्थाई वारंटी और 7 वारंटी भी दबोचे गए हैं. 127 लोगों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक धाराओं में कार्रवाई की गई है.
क्या कहते हैं अफसर :रायपुर सिटी एएसपी अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि '' पुलिस हर 15 दिनों में इस तरह के अभियान चलाती है. इससे पहले भी हमने अभियान चलाया है, लेकिन बीच में लॉ एंड आर्डर की स्थिति बनने की वजह से अभियान नहीं चलाया गया था. आने वाले दिनों में बड़े आयोजन भी होने हैं. होली भी आने वाली है. ऐसे में बदमाशों के खिलाफ अभियान चलाकर उन्हें चेतावनी भी दी गई.''
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दरअसल राजधानी रायपुर में दो दिन पहले यानी शनिवार को नाबालिगों के साथ दरिंदगी की हद पार कर दी गई थी. आरंग में जहां एक नाबालिग ने 11 साल की मासूम के साथ दुष्कर्म की कोशिश के बाद हत्या कर दी गई तो वही गुढ़ियारी में एक खौफनाक घटना सामने आई थी. जिसमें 47 वर्षीय युवक ने 16 साल की मासूम को बीच रास्ते में घायल अवस्था में ही बाल खींचकर उसके घर ले गया और उस पर गंडासे से ताबड़तोड़ हमला कर दिया. इस घटना का वीडियो भी तेजी से वायरल हुआ. जिसके बाद हरकत में आई रायपुर पुलिस ने सोमवार सुबह शहर के गुंडे बदमाशों के घर दबिश देकर 217 लोगों को गिरफ्तार किया है. उनके खिलाफ पुलिस ने आर्म्स एक्ट और प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत केस दर्ज किया है.
जनवरी से अबतक 6 लोगों की हत्या :राजधानी रायपुर में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. चाकूबाजी और हत्या का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. जनवरी से अब तक की बात की जाए तो 6 लोगों की हत्या कर दी गई है. जनवरी माह में ही कुल 4 हत्याएं दर्ज की गई थी. फरवरी में भी हत्या का मामला थम नहीं रहा है. गुढ़ियारी में जिस तरह से नाबालिग पर हमला किया गया है, वह बेहद ही खौफनाक था. नाबालिग अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है. फिलहाल पुलिस ने रायपुर में हुए तमाम हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार तो कर लिया है, लेकिन बढ़ते अपराध पर रोक लगा पाना पुलिस के लिए अब भी चुनौती बना हुआ है.