रायपुरः राजधानी के आमानाका थाना के अंतर्गत टाटीबंध निवासी रिटायर्ड इंजीनियर (retired engineer) पारसनाथ पाठक के साथ ठगी का मामला सामने आया है. ठगों ने इंजीनियर को केवाईसी अपडेट (KYC Update) करने का झांसा देकर उसके खाते से 20 लाख रुपए उड़ा दिए.मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. घटना का मास्टरमाइंड सतीश दास को बताया जा रहा है.
रायपुर पुलिस ने ठगी करने वाले 3 आरोपियों को झारखंड से किया गिरफ्तार घटना का मास्टरमाइंड आरोपी सतीश दास 2015 में ऑनलाइन ठगी (online fraud) करने की पूरी प्रक्रिया का प्रशिक्षण लिया है. प्रशिक्षण के दौरान आरोपी सतीश दास लोगों से बात करने और पीड़ितों को झांसे में लेकर उनके खातों से रकम की ठगी करने तक की सारे तरीकों को कॉपी में लिखा करता था. आरोपियों के इस्तेमाल किए जाने वाले मोबाइल नंबर और बैंक खाते दूसरों के नाम पर है. झारखंड के गिरिडीह, देवघर, धनबाद और जामताड़ा एरिया पूरे देश में साइबर क्राइम करने के नाम से प्रसिद्ध है.
नौकरी के नाम पर ठगी के आरोप में पार्षद पति गिरफ्तार, युवक से ऐंठे थे 7 लाख रुपये
झारखंड के जामताड़ा के रहने वाले हैं आरोपी
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से अलग-अलग बैंकों के 9 एटीएम कार्ड,पासबुक,चेक बुक अलग-अलग कंपनियों के 20 सिम कार्ड 7 मोबाइल फोन और 6 हजार नगदी बरामद किया है. पकड़े गए तीनों आरोपी जामताड़ा झारखंड के रहने वाले हैं.आरोपियों में मास्टरमाइंड सतीश दास, कुंदन राज और श्यामदास शामिल हैं. सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड में रायपुर लाया गया है. इन आरोपियों के खिलाफ राजधानी के आमानाका थाना में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था.
रायपुर में कुछ दिन पहले ही हुई थी 19 लाख की ठगी
कुछ दिन पहले ही रायपुर के कोटा इलाके में नौकरी का सपना दिखाकर बेरोजगार युवकों से 19 लाख की ठगी का मामला सामना आया था. कोटा में ही रहने वाले शातिर युवक ने खुद को मंत्री शिव डहरिया से पहचान और उनका रिश्तेदार होने की बात करते हुए नौकरी लगवाने का झांसा दिया. युवक की बात में आकर 6 लोगों ने उसे रुपए दे दिए. फर्जी दस्तावेज और ज्वानिंग लेटर थमा कर आरोपी वहां से फरार हो गया. सरस्वती नगर पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई है.