रायपुर : छत्तीसगढ़ में मॉनसूनी बारिश ने 23 जून को दस्तक दी. लेकिन तब से लेकर आज तक बारिश की आंख मिचौली शुरु है .शुरुआती दिनों में अच्छी बारिश के बाद मॉनसून की रफ्तार ऐसी धीमी हुई कि दोबारा रफ्तार नहीं पकड़ सकी. अच्छी बारिश की आशंका को देखते हुए छतरी और रेनकोट व्यापारियों ने दुकानों में माल भरा था.लेकिन जब बारिश की रफ्तार कम हुई तो दुकानों से ग्राहकी ही गायब हो गई.फिर भी बाजार में नए किस्म के छाते और रेनकोट लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं.
बारिश के मौसम में नहीं हो रही बिक्री :मौसम विभाग के कैलेंडर के मुताबिक बारिश का मौसम जून से लेकर सितंबर तक 4 महीने का होता है. 4 महीने के दौरान रेनकोट और छाते की बिक्री भी होती है. पूरे प्रदेश में रेनकोट और छाता की दुकानों की बात की जाए तो लगभग 1200 से ज्यादा दुकानें हैं. जिसमें अकेले राजधानी रायपुर में 100 दुकानें हैं.
बाजार में सस्ते से लेकर महंगे छाते और रेनकोट उपलब्ध :हाल के दिनों में बारिश ने थोड़ी सी रफ्तार पकड़ी है.लिहाजा अब रेनकोट बाजार में तेजी देखने को मिल रही है. व्यापार धीरे-धीरे करके ऊपर उठ रहा है. बाजार में 300 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक के रेनकोट उपलब्ध है. बड़ों के लिए रेनकोट 700 रुपए से लेकर से ढाई हजार तक के हैं. इसी तरह छाते की कीमत 80 रुपए से लेकर 400 रुपए तक है. बाजार में 2 और 3 फोल्डर के छाते की डिमांड ज्यादा है. इसका इस्तेमाल बच्चे और महिला करते हैं.