छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

Significance Of Manifesto In Politics: जनता के सुझावों से कांग्रेस बीजेपी बना रही घोषणापत्र, गारंटी लेकर घर घर पहुंच रही आप, जानिए घोषणापत्र की चुनाव में अहमियत ? - बीजेपी जनता के बीच जाकर तैयार कर रही घोषणापत्र

Significance Of Manifesto In Politics छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी ने गारंटी लाकर जनता को साधने की कोशिश शुरू कर दी है.आम आदमी पार्टी अपने वॉलिंटियर्स के जरिए प्रदेश के हर घर तक अपनी गारंटी का संदेश पहुंचाने का दावा कर रही है. वहीं कांग्रेस और बीजेपी जनता के सुझाव लेकर घोषणापत्र तैयार करने में जुटे हुए हैं. Raipur News

Significance Of Manifesto In Politics
जनता के सुझावों से कांग्रेस बीजेपी बना रही घोषणापत्र

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Aug 30, 2023, 2:21 PM IST

जनता के सुझावों से कांग्रेस बीजेपी बना रही घोषणापत्र

रायपुर : छत्तीसगढ़ में चुनाव से पहले घोषणापत्र को लेकर राजनीति शुरु हो चुकी है.पिछली बार के चुनाव में कांग्रेस ने अपने 36 संकल्पों के जरिए जनता का विश्वास जीता था. इसी के बूते कांग्रेस ने 15 साल की बीजेपी सरकार को सत्ता से हटाया.वहीं बीजेपी घोषणापत्र को लेकर जमीनी स्तर पर मेहनत कर रही है.वहीं दोनों ही पार्टियों के बीच आम आदमी पार्टी ने अपनी 10 गारंटी जनता के सामने लाकर कहीं ना कहीं दोनों ही बड़े राजनीतिक दलों के लिए मुश्किलें जरुर पैदा कर दी है.आम आदमी पार्टी अपने 18 हजार वॉलिंटियर्स के जरिए प्रदेश के लिए घोषित गारंटियों को जनता के बीच पहुंचा रही है.

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी ने 10 गारंटी लाकर हर वर्ग को साधने की कोशिश की है.आम आदमी पार्टी ने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान के मौजूदगी में छत्तीसगढ़ की जनता के लिए 10 गारंटी दी.जिसमें से 9 गारंटियों की घोषणा पार्टी सुप्रीमो ने की है.जबकि 1 गारंटी किसानों और आदिवासियों के लिए पार्टी ने बचा के रखी है.जिसकी घोषणा आगामी दिनों में होगी.लेकिन अपनी गारंटियों को लेकर आम आदमी पार्टी बीजेपी और कांग्रेस से पहले ही लोगों के घर तक पहुंच रही है.इसके लिए हर गांव और मोहल्ले में पार्टी ने अपने वॉलिटियर्स बनाएं हैं.

कांग्रेस और बीजेपी तैयारियों में जुटी :आम आदमी पार्टी के इस कदम के बाद अब प्रदेश की दो बड़ी पार्टियां कांग्रेस और बीजेपी ने भी जनता के सामने घोषणापत्र को लाने से पहले मंथन शुरु कर दिया है. कांग्रेस ने जहां घोषणापत्र को लेकर अहम बैठक की.जिसमें सभी वर्गों से सुझाव लेने के बाद ही घोषणापत्र को फाइनल टच देने की बात कही गई.वहीं दूसरी तरफ बीजेपी नब्बे विधानसभा सीटों पर सुझाव पेटी भेज चुकी है.जिसमें वो लोगों के बीच जाकर उनसे सुझाव ले रही है.इसके अलावा ईमेल और वाट्सअप के जरिए भी बीजेपी सुझाव मंगवा रही है.

कांग्रेस ने जनघोषणा पत्र के लिए की अहम बैठक :सबसे पहले बात करते हैं कांग्रेस की घोषणापत्र को लेकर चल रही तैयारियों के बारे में.हाल ही में रायपुर में कांग्रेस की जनघोषणापत्र समिति की बैठक हुई. जिसमें जनघोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष मोहम्मद अकबर,मंत्री शिव डहरिया,रविंद्र चौबे,अमरजीत भगत समेत प्रदेश प्रभारी कुमारी सेलजा और महिला विंग की नेताओं को शामिल किया गया. इस घोषणा पत्र समिति की बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई.जिसके आधार पर कांग्रेस अपना घोषणा पत्र तैयार करेगी.

कैसे तैयार कर रही है कांग्रेस अपना घोषणापत्र :कांग्रेस के जन घोषणा-पत्र को मजबूत बनाने के लिए युवा, किसान, मजदूर, नौकरीपेशा, महिलाएं, सरकारी कर्मचारी सभी वर्ग से 31 अगस्त तक सुझाव लिए जा रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दफ्तर मेंं भी आम आदमी जाकर लिखित में अपना सुझाव दे सकते हैं. साथ ही ई-मेल- सीजीपीसीसीआरवायपी डॉट 2018-जीमेल डॉट कॉम पर भी कांग्रेस सुझाव मंगवा रही है.

''कांग्रेस लोगों से राय लेकर अपना घोषणा पत्र तैयार कर रही है. इस घोषणा पत्र में 2024 लोकसभा चुनाव का भी ध्यान रखा जाएगा. फिलहाल सदस्यों से सुझाव मांगे गए हैं.'' मोहम्मद अकबर,अध्यक्ष जनघोषणा समिति

महिलाओं से भी सुझाव ले रही है कांग्रेस :बैठक के बाद घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष मोहम्मद अकबर ने कहा कि महिलाओं के लिए एक सब कमेटी बनाई गई है. जिसमें हेमा देशमुख, वाणी राव, शेषराज हरबंश को शामिल किया गया है. जो महिलाओं के बीच जाकर महिलाओं से संबंधित सुझाव लेंगी.जिलाध्यक्षों से भी सुझाव लेने की बात कही गई है. प्रभारी कुमारी सेलजा ने भी बताया कि कांग्रेस ये जानने की कोशिश कर रही है कि लोगों के विचार क्या है. सभी सुझावों पर समिति विचार कर रही है.पांच साल में कांग्रेस सरकार ने सभी वर्ग के लिए काम किए हैं. पहले सबसे सुझाव ले रहें है, उसके बाद उस पर विचार किया जाएगा.

आपको बता दें कि कांग्रेस ने पिछली बार 36 बिंदुओं के आधार पर चुनाव लड़ा था.पिछली बार की तरह इस बार भी कांग्रेस हर जिले से लोगों का फीडबैक लेकर अपना घोषणा पत्र तैयार करना चाहती है. सभी सुझाव आने के बाद कांग्रेस के बड़े नेताओं के बीच घोषणापत्र समिति की बैठक होगी. इस बैठक से पहले कांग्रेस के दिग्गजों ने बीजेपी पर हमला बोला.

''बीजेपी कुछ भी कर ले उससे हमें कोई लेना देना नहीं है. बीजेपी का पहले से डब्बा गोल है. इस प्रदेश में. ना आदिवासी आरक्षण, ना अनुसूचित आरक्षण, ना पिछड़ा वर्ग आरक्षण, न ईडब्ल्यूएस का आरक्षण को समर्थन नहीं किया. उनके माथे में पहले से ही आरक्षण विरोधी छवि बनी हुई है.'' अमरजीत भगत, कैबिनेट मंत्री

बीजेपी ने कई महीने पहले ही शुरु की तैयारी :इसके उलट इस बार बीजेपी ने चुनाव से कई महीने पहले ही जनघोषणापत्र को लेकर तैयारी शुरु की है.जिसका अध्यक्ष सांसद विजय बघेल को बनाया गया है.जुलाई महीने में रायपुर जिला बीजेपी कार्यालय प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, अध्यक्ष अरुण साव और घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष की मौजूदगी में घोषणा पत्र बनाने के अभियान की शुरुआत हुई थी.

90 विधानसभा सीटों पर भेजी गई है सुझाव पेटी :बीजेपी ने घोषणापत्र के लिए 90 विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी मुख्यालय में सुझाव पेटी भेजी है. जहां उस क्षेत्र के लोग सुझाव पेटी में अपनी मांग या मन की बात रख सकते है. वहीं बीजेपी के सुझाव पेटी को छत्तीसगढ़िया अंदाज में सजाया गया है. इसमें लिखा है कि छत्तीसगढ़िया के मन की बात और इसमें पीएम मोदी के साथ जेपी नड्डा, रमन सिंह, अरुण साव, रेणुका सिंह,नारायण चंदेल की तस्वीर लगी है.


कांग्रेस की घोषणापत्र की तैयारियों पर बीजेपी ने कसा तंज : बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी ने कांग्रेस के घोषणापत्र की तैयारियों पर तंज कसा है.चिमनानी की माने तो टीएस सिंहदेव ने पहले ही खुद को घोषणापत्र समिति से अलग कर लिया है.क्योंकि जो वादे उन्होंने किए थे सरकार ने उसे ड्रॉप कर दिया.वहीं आम आदमी पार्टी के दस गारंटी पर भी बीजेपी ने सवाल उठाए.

'' आम आदमी पार्टी दस गारंटी दे या 50 गारंटी. उनकी गारंटी को सुन कौन रहा है.आम आदमी पार्टी का यहां पर कोई अस्तित्व नहीं है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और बीजेपी के बीच लड़ाई है. इसे बीजेपी जीतने जा रही है.''-अमित चिमनानी, मीडिया प्रभारी बीजेपी



आम आदमी की 10 गारंटी : भले ही बीजेपी ये मान रही हो कि लड़ाई उनके और कांग्रेस के बीच है.लेकिन आम आदमी पार्टी के दस गारंटी को हल्के में नहीं लिया जा सकता.क्योंकि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली और पंजाब में पहले गारंटी लाकर लोगों को अपनी ओर खींचा था.इसी के तर्ज पर अब छत्तीसगढ़ में 10 गारंटी लाई गई है.जिसे लोगों तक पहुंचाने का काम आम आदमी पार्टी ने शुरु कर दिया है.

''गारंटियों को लेकर छत्तीसगढ़ आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता और साथी छत्तीसगढ़ के गली मोहल्ले तक जा रहा है. छोटी-छोटी आम सभा और मोहल्ला सभा कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ में लगभग 18000 के आसपास गांव ओर मोहल्ले हैं. हर गांव और मोहल्ले में वार्ड सचिव नियुक्त किया जा चुका है .जो अपने आप में काफी बड़ी बात है. हमारे साथी गारंटी को गांव और मोहल्लों में लेकर पहुंच रहे हैं. छत्तीसगढ़ को बड़े बदलाव के लिए तैयार कर रहे हैं.अन्यतम शुक्ला,प्रवक्ता,आम आदमी पार्टी

क्या है राजनीतिक जानकार का कहना ?:कांग्रेस बीजेपी और आम आदमी पार्टी के घोषणापत्र तैयार करने को लेकर वरिष्ठ पत्रकार और राजनीति के जानकार उचित शर्मा ने राय दी है. उचित शर्मा ने ये माना कि पिछली बार जिस तरह से घोषणापत्र तैयार करने में कांग्रेस ने मेहनत की,इस बार वैसा नहीं है. 6-7 महीने पहले ही सिंहदेव जगह-जगह लोगों से मिलकर इसकी तैयारी कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने किसान, नौजवान, महिलाएं, हर समुदाय संगठन से मुलाकात की. 2018 के घोषणापत्र के लिए काफी मेहनत की गई थी.क्योंकि वो 15 साल से सत्ता से बाहर थे.इस बार ऐसा नहीं दिख रहा.

''वर्तमान में कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र की बात की जाए तो ऐसा प्रचार प्रसार या उतनी मेहनत दिख नहीं रही है. कांग्रेस भवन के बाहर अभी भी घोषणा पत्र को लेकर चर्चा नहीं है.'' उचित शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार

बीजेपी जनघोषणा पत्र को लेकर है गंभीर :वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा के मुताबिक बीजेपी 5 साल से सत्ता से बाहर है.लिहाजा इस बार उनके घोषणापत्र में मेहनत दिख रही है.पार्टी के नेता और संगठन जमीनी स्तर पर जाकर लोगों से मिल रहा है.सुझाव मांग रहा है कि आखिर उन्हें किस चीज की जरुरत है.पिछले तीन महीनों से बीजेपी इस काम में जुटी है ताकि अच्छा संकल्प पत्र बन सके.साथ ही साथ जो चूक कांग्रेस से पिछले घोषणापत्र में हुई थी,जैसे शराबबंदी और नियमितिकरण ऐसा कुछ बीजेपी के घोषणापत्र में ना हो इसका भी पार्टी ध्यान रख रही है.

आम आदमी पार्टी के पास दिल्ली और पंजाब का मॉडल :वहीं आम आदमी पार्टी के 10 गारंटी को लेकर उचित शर्मा का कहना है कि बीजेपी और कांग्रेस से आम आदमी पार्टी एक कदम आगे इसलिए है, क्योंकि उनके पास दिल्ली और पंजाब का मॉडल है ,जो काफी सफल है.

BJP Targets Baghel government: बीजेपी का बघेल सरकार पर निशाना, अमित चिमनानी ने कांग्रेस सरकार से पूछे 6 सवाल
War Of Words Chhattisgarh Assembly Elections 2023: छत्तीसगढ़ में चुनावी बिसात पर समीकरण साध रहे उम्मीदवार, बीजेपी कांग्रेस में 'वर्ड' वाॅर
Anniversary Of Emergency: आपातकाल के 48 साल पर बोली बीजेपी, "कांग्रेस करती है आतंक की राजनीति"

चुनाव में घोषणा पत्र की अहमियत :छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को भले ही वक्त हो.लेकिन आम आदमी पार्टी के 10 गारंटी ने कांग्रेस और बीजेपी के लिए चुनौती भरा घोषणापत्र तैयार करने का दबाव बना दिया है. कांग्रेस भले ही बंद कमरे में लोगों से सुझाव ईमेल या वाट्सअप के जरिए मंगवाकर घोषणापत्र तैयार करेगी,लेकिन ये बात नहीं भूलनी चाहिए कि पिछली बार किए गए अधिकतर वादों को कांग्रेस ने पूरा किया है.जिसका असर जरुर दिखेगा.लिहाजा अब पार्टी एक कदम आगे बढ़कर नई दिशा की ओर बढ़ना चाहती है.वहीं दूसरी तरफ बीजेपी जमीन स्तर पर संगठन की मदद से घोषणापत्र तैयार कर रही है,ताकि वोटर्स से जो कहा जाए वो पूरा हो.

ABOUT THE AUTHOR

...view details