रायपुर: पूरे देश में 29 अगस्त को खेल दिवस का आयोजन किया गया. इस मौके पर रायपुर में भी खेल दिवस कई तरह से मनाया गया. लेकिन यहां इस अवसर पर खिलाड़ी सड़क पर उतरने को मजबूर हुए. खिलाड़ियों ने सड़क पर उतरकर कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया. उसके बाद खेल मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
चार साल से उत्कृष्ट खिलाड़ी की घोषणा नहीं: रायपुर में सड़क पर उतरे खिलाड़ियों ने आरोप लगाया कि बीते चार साल से छत्तीसगढ़ में उत्कृष्ट खिलाड़ी की घोषणा नहीं हुई है. ना ही खेल से संबंधित पुरस्कार की घोषणा की गई है. जो काफी चिंता का विषय है. बड़ी संख्या में खिलाड़ियों ने अपने हाथों और सिर में काली पट्टी बांधी थी. काले गुब्बारे और अपने हाथों में मिले मैडल लेकर पहुंचे खिलाड़ियों ने बताया कि" पिछले चार सालों से खेल अलंकरण सम्मान नहीं हो रहा है. आज के दिन देशभर में खेल दिवस मनाया जा रहा है. लेकिन छत्तीसगढ़ में खेल दिवस पर खेल विभाग की ओर से कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा रहा है.
"मैं इंटरनेशनल खिलाड़ी हूं. साल 2018 में मुझे राजीव गांधी अवॉर्ड भी मिल चुका है. शासन का नियम है कि हर साल उत्कृष्ट खिलाड़ी की घोषणा होनी चाहिए. लेकिन 4 साल हो गए हैं अभी तक उत्कृष्ट खिलाड़ी की घोषणा नहीं हुई है. पिछले दो वर्षों से बोला जा रहा था कि, कोरोना संक्रमण के चलते सारी चीजे प्रभावित है. इसलिए कार्यक्रम आयोजित नहीं हो पा रहे हैं. लेकिन आज स्थितियां सामान्य हो गई है. इसके बावजूद भी उत्कृष्ट खिलाड़ी को लेकर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. आज हम खिलाड़ियों में कैलिबर है. लेकिन हमें रोड पर भटकना पड़ रहा है"- अश्वन कुमार सोनवानी, पैरा बॉडीबिल्डिंग के खिलाड़ी