Last Sawan Somwar 2023: सावन के आखिरी सोमवार पर इन रसों से करें भगवान शिव का अभिषेक, होगा चमत्कार ! - Lord Shiva Abhishek
Last Sawan Somwar 2023 दो महीने का सावन आखिरी पड़ाव पर है. आज आखिरी सावन सोमवार है. ऐसे भक्त जो पूरे सावन महीने शिव की पूजा ना कर पाए हो वे आखिरी सोमवार पर इस विधि से पूजा कर भगवान शिव का आशीर्वाद पा सकते हैं. Lord Shiva Abhishek
अंबिकापुर: सावन माह में सोमवार को भगवान शिव का रुद्राभिषेक बेहद लाभदायक माना जाता है. इस पवित्र महीने में भोलेनाथ की विधि-विधान से पूजा करने से महादेव जल्द प्रसन्न हो जाते हैं. वैसे तो पूरा सावन महीना विशेष फलदाई है. लेकिन सावन सोमवार का अपना अलग महत्व होता है. आखिरी सोमवार पर भोले का विशेष अभिषेक कर आप मनचाहा वर पा सकते हैं.
सावन के आखिरी सोमवार पर शिव का इससे करें रुद्राभिषेक
सावन सोमवार पर रुद्राभिषेक का महत्व: सावन सोमवार के दिन रुद्राभिषेक करने से कुंडली के दोष खत्म हो जाते हैं. शिव पुराण में बताया गया है कि सभी देवताओं में रुद्र समाएं हुए हैं. ब्रह्मा, विष्णु और महेश भी रुद्र के ही अंश माने गए हैं. इसलिए माना जाता है कि सिर्फ शिव का रुद्राभिषेक करने से दूसरे देवगणों की पूजा भी सिद्ध हो जाती है. पंडित योगेश नारायण मिश्र बताते हैं कि कई फलों के रस, दूध, घी और सरसों तेल से शिव का अभिषेक करने से अभीष्ट फल मिलता है.
गन्ने रस से करें अभिषेक, होगी लक्ष्मी प्राप्ति: दूध से शिव जी का अभिषेक करने पर मनोकामना पूरी हो जाती है. इसी तरह गन्ने के रस से लक्ष्मी प्राप्ति, मधु से कर्ज से मुक्ति और धन प्राप्त होती है. घी से शिव जी का अभिषेक करने पर आरोग्यता की प्राप्ति होती है. कुश से यानी कुशोदक जल से रोग नाश हो जाते हैं.
गृह शांति के लिए इन रसों से करें रूद्राभिषेक
गृह शांति के लिए ऐसे करें अभिषेक:नवग्रह शांति के लिए भी अलग अलग अभिषेक शास्त्रों में बताये गये हैं. यदि किसी की जन्म कुंडली मे गृह दोष है. जैसे मंगल दोष हैं, तो इसे दूसर करने के लिये अनार के रस से भगवान शिव का अभिषेक करें. चंद्रमा से सबंधित दोष के लिए दूध से, पुत्र प्राप्ति के लिये दूध में शक्कर मिलाकर मीठे दूध से अभिषेक करने से पुत्र प्राप्ति होती है.
सरसों तेल से शनि होंगे शांत:शास्त्रों के अनुसार, अगर जातक का बुध ग्रह नुकसान कारक है, तो जल में दूबी को पीसकर जल में मिलाकर हरे जल से शिव जी का अभिषेक करना चाहिए. यदि बृहस्पति की दशा चल रही है तो केसर मिले दूध से शिव का रुद्राभिषेक करें. इससे विद्या प्राप्ति होती है. शुक्र ग्रह के दोषों को दूर करने के लिए फलों के रस को मिलाकर अभिषेक करना चाहिए. जो जातक शत्रुओं से परेशान हो या शनि से पीड़ित हों, उन्हें सरसों के तेल से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए.
सावन के अंतिम सोमवार करें यह उपाय:भगवान शिव भोले है. सिर्फ स्मरण मात्र से ही वे हमारी मुश्किलें दूर कर देते हैं. लेकिन शास्त्रों में बताई गई इन विधियों से भी आप शिव की अर्चना करते हैं तो आपके कई काम आसानी से पूरे हो सकते हैं.