Diarrhea Cases Increased : छत्तीसगढ़ में आई फ्लू के बाद अब डायरिया के मामले बढ़े, एक्सपर्ट से जाने बचाव की तरीके
Diarrhea Cases Increased छत्तीसगढ़ में बारिश के दौरान मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ चुका है.आई फ्लू के बाद अब डायरिया के मरीजों में इजाफा हुआ है. डायरिया से ग्रसित मरीजों को डॉक्टर साफ सफाई के साथ उबला पानी पीने की सलाह दे रहे हैं.ईटीवी भारत ने डायरिया से संंबंधित जानकारी हासिल की है.जिसमें ये पता चला कि डायरिया का क्या कारण हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है.
छत्तीसगढ़ में आई फ्लू के बाद अब डायरिया के मामले बढ़े
By
Published : Aug 17, 2023, 2:25 PM IST
रायपुर : बारिश के मौसम में कई तरह की मौसमी बीमारियां होती है.इन्हीं में से एक बीमारी डायरिया है.जिससे हमारा पाचन तंत्र खराब होता है.छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में बारिश के मौसम में डायरिया का प्रकोप बढ़ जाता है. मौजूदा समय में राजधानी रायपुर की बात करें तो आई फ्लू के बाद अब डायरिया के मरीज अस्पतालों में बढ़े हैं.रोजाना ओपीडी में 20 से 25 मरीज डायरिया के आ रहे हैं.
क्यों होता है डायरिया ? : डायरिया को सामान्य भाषा में दस्त भी कहा जाता है. डायरिया होने का प्रमुख कारण है रोटावायरस. बचपन में ही सभी को डायरिया से बचने के लिए रोटावायरस की वैक्सीन दी जाती है. यह पाचन तंत्र से संबंधित बीमारी है.हार्मोनल विकार, आंतों में सूजन,कई तरह की दवाओं का सेवन की वजह से भी डायरिया हो सकता है.
क्या होते हैं डायरिया के लक्षण ? :इस बीमारी के कई लक्षण आपको अपने शरीर में देखने को मिलेंगे.लक्षणों से आसानी से आप पता लगा सकते हैं कि मरीज को डायरिया है या नहीं.
●पेट में दर्द ●कुछ भी खाने पर उल्टी होना ● मल का पतला होना ● पतले मल के साथ खून आना ● पेट दर्द के साथ बुखार ● शरीर में थकान ● पेट में सूजन ● चक्कर आना और लूज मोशन होना
कैसे करें डायरिया से बचाव ? : डायरिया के दौरान सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लेने चाहिए.क्योंकि उम्र और लक्षण के मुताबिक डायरिया के इलाज में फर्क होता है.लेकिन आप इस गंभीर बीमारी से बच सकते हैं.इसके लिए आपको कुछ चीजें अपने दैनिक जीवन में शामिल करनी होगी.इस बीमारी से बचने के लिए सबसे आसान तरीका साफ सफाई है.खाने पीने की चीजों को यदि साफ रखा जाए तो डायरिया से काफी हद तक बचा जा सकता है.क्योंकि दूषित खाना ही आपको बीमार करता है.
● टॉयलेट से आने के बाद हाथों को अच्छी तरह से साबुन या हैंडवाश से धोएं. ● खाना बनाने के पहले और बाद में हाथों को अच्छी तरह से साफ करें. ● पीने के लिए फिल्टर या उबला हुआ पानी का इस्तेमाल करें. ● डायरिया के लक्षण होने पर इलेक्ट्रोल पानी समय-समय पर लें. ● बारिश के दौरान स्ट्रीट फूड खाने से बचें. ● फलों सब्जियों को अच्छी तरह धोकर खाएं और पकाएं.
" वर्षा ऋतु बहुत सारी बीमारियों को भी जन्म देता है जिसमें डायरिया बहुत कॉमन बीमारी है.पीने के पानी में गंदी नाली के पानी बारिश के दिनों में आसानी से मिल जाते हैं और यही मुख्य वजह बनती है डायरिया की.उल्टी होना दस्त होना डिहाइड्रेशन होना यह सब डायरिया के प्रमुख लक्षण है डिहाइड्रेशन से मरीज को हाथ पैर में दर्द भी होता है. इसके लिए आप साफ पानी का इस्तेमाल करें इलेक्ट्रोल का इस्तेमाल करें ज्यादा तकलीफ होने पर अपने चिकित्सक को संपर्क करें." डॉक्टर अनुराग अग्रवाल, मेडिसिन विभाग
डॉक्टर से तुरंत करें संपर्क :वहीं महामारी नियंत्रण के डायरेक्टर सुभाष मिश्रा ने भी डायरिया से बचाव के बारे में जानकारी दी है.सुभाष मिश्रा के मुताबिक डायरिया से उपचार करने के लिए हमें साफ पानी पीना चाहिए. मौसमी बीमारियों से बचने के लिए हर किस्म की दवा सरकारी अस्पताल में उपलब्ध है.इसलिए किसी भी बीमारी का लक्षण होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाकर उचित दवा लेनी चाहिए.