रायपुर: मणिपुर में महिलाओं से दुर्व्यवहार को लेकर देश की राजनीति गरमाई हुई है. संसद में मणिपुर हिंसा मामले पर पीयूष गोयल ने जवाब दिया. इस जवाब में भी उन्होंने छत्तीसगढ़ और राजस्थान का नाम लिया गया.इस पर विपक्ष ने जमकर हंगामा मचाया. वहीं इस पर छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल और डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने पलटवार किया है. भूपेश बघेल ने मोदी सरकार पर मणिपुर मामले में जवाब देने के बजाए चुनावी राज्यों को टारगेट करने का आरोप लगाया है.
सीएम भूपेश का पलटवार: मणिपुर में महिला सुरक्षा पर पीयूष गोयल के जवाब को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, "मणिपुर की घटना को दबाने के लिए और भाजपा की नाकामी को छुपाने के लिए कभी राजस्थान का तो कभी छत्तीसगढ़ का नाम लिया जा रहा है. प्रदेश में इलेक्शन हैं. दूसरे राज्यों का नाम नहीं लिया गया. इसका मतलब है, आप के दिमाग में केवल चुनाव का कीड़ा कुलबुला रहा है. इसके चलते आप छत्तीसगढ़ की तुलना मणिपुर से कर रहे हैं." सीएम ने राज्यपाल अनुसुइया उइके के बयान का जिक्र भी किया. उन्होंने कहा है कि 50 हज़ार लोग मणिपुर छोड़ चुके हैं. 100 से अधिक लोगों की हत्या हो चुकी है. सैकड़ों घर जला दिए गए हैं. महिलाओं के साथ बलात्कार हो रहे हैं. निर्वस्त्र करके घुमाया जा रहा है. ये सब जानकारी अनुसुइया उइके दे चुकी हैं. जब संविधानिक पद में बैठी हुई राज्यपाल यह बात कह रही है. तब केंद्र सरकार को स्थिति को डाइवर्ट करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए.
पीयूष गोयल के किस बयान पर मचा है हंगामा: दरअसल संसद के मानसून सत्र शुरु होने से पहले पीएम मोदी ने मणिपुर हिंसा को लेकर दिए अपने बयान में राजस्थान और छत्तीसगढ़ का नाम लिया था. सोमवार को एक बार फिर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने मणिपुर मामले पर मल्लिकार्जुन खड़गे के सवाल के जवाब में छत्तीसगढ़ और राजस्थान का नाम लिया.
"किसी भी बहन, किसी भी बेटी या किसी भी महिला से दुर्व्यवहार होना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है.हमारी बहनों और महिलाओं के साथ जिस तरह की प्रताड़ना और दुर्व्यवहार राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हो रहा है. तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में हो रहा है, वह भी उतना ही दुर्भाग्यपूर्ण है." - पीयूष गोयल, केंद्रीय मंत्री