रायपुर :छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव सिर पर है. ऐसे में राजनीतिक दल अपने-अपने तरीकों से वोटर्स को अपने पाले में करने की कोशिश कर रहे हैं.वहीं सत्ताधारी दल कांग्रेस भी केंद्र और बीजेपी की पूर्व राज्य सरकार पर हमला करने से नहीं चूक रही है. इसी कड़ी में सीएम भूपेश बघेल ने बीजेपी पर जोरदार तरीके से हमला बोला है. कांग्रेस सरकार के खिलाफ बीजेपी के आरोपों को साजिश बताते हुए सीएम भूपेश ने इसे केंद्र और केंद्रीय जांच एजेंसियों की भूमिका पर सवाल उठाए.
बीजेपी ने नहीं, कांग्रेस राज में नक्सलवाद हुआ कंट्रोल :सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश में पहले बीजेपी की सरकार थी.केंद्र में भी उस दौरान बीजेपी ही थी.लेकिन 2014 से 2018 के बीच डबल इंजन की सरकार ने नक्सलियों को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाए.उल्टा नक्सली हिंसा में इजाफा हुआ. लेकिन जब कांग्रेस प्रदेश में सत्ता में आई तो सरकार की विकास, विश्वास और सुरक्षा की तीन-आयामी रणनीति के परिणामस्वरूप नक्सलियों को बैकफुट पर धकेला गया.
अमित शाह के बयान पर पलटवार :आपको बता दें कुछ दिन पहले ही अमित शाह ने बस्तर में रैली के दौरान भूपेश सरकार पर आरोप लगाए थे कि कांग्रेस राज में नक्सलवाद बढ़ा जबकि केंद्र के नौ साल के शासन में नक्सली हिंसा में 52 फीसदी कमी आई.इस पर सीएम बघेल ने कहा हम केवल बल के इस्तेमाल से नक्सलवाद से नहीं लड़ सकते.हमारे कार्यकाल में कोर इलाकों में पुलिस कैंप खोले गए. जो कैंप 2009 से लंबित थे, उन्हें स्थापित किया गया. सरकार में 90 कैंप खोले गए और लगभग 600 गांवों को नक्सलवाद से मुक्त कराया गया. हजारो किलोमीटर लंबी सड़कें बनीं,नक्सली क्षेत्रों में तीन सौ स्कूल खुले. ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति बेहतर की.
गोबर खरीदी में नहीं हुआ घोटाला : सीएम भूपेश ने कहा कि बीजेपी ने गोबर खरीदी में 1300 करोड़ घोटाले का आरोप लगाया.ये इसलिए नहीं हो सकता क्योंकि गोबर 271 करोड़ में खरीदा गया,वो भी योजना की शुरुआत से.इसका पैसा सीधा लाभार्थियों के खाते में गया.तो घोटाला कहां हुआ. वहीं शराब घोटाले पर स्पष्टीकरण देते हुए सीएम ने कहा कि जिस नकली होलोग्राम की बात हो रही है,वो कहां चिपकाया जाएगा.ये काम कारखानों में ही हो सकता है.ऐसे में ईडी फैक्ट्री संचालकों पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही.जबकि दूसरों की गिरफ्तारी हो रही है.ये तो ब्लैकमेल करने का काम हुआ.