रायपुर : शहर की ऐतिहासिक धरोहर बूढ़ा तालाब के सौन्दरीकरण के लिए नगर निगम की ओर से योजना तैयार की गई है, जिसके लिए आसपास की जमीनों को अधिकृत किया गया है. इस योजना के लिए सप्रे स्कूल के मैदान की जमीन का भी अधिग्रहण किया गया है, जिसका स्थानीय लोगों और बीजेपी की ओर से लगातार विरोध किया जा रहा है.
बूढ़ा तालाब सौंदर्यीकरण का पोस्टर नगर निगम की ओर से बूढ़ा तालब सौन्दरीकरण के पूरे प्रोजेक्ट का ब्लूप्रिंट सार्वजनिक स्थानों पर लगाया गया है, ताकि शहर वासियों को भी प्रोजेक्ट की जानकारी हो.
कमर्शियल एक्टिविटी का खंडन
ब्लू प्रिंट में सप्रे मैदान कि जो जमीन ली गई है, वहां चिल्ड्रन पार्क बनाने की योजना है. वहीं शुरुआती दिनों में विरोध इस बात से हो रहा था कि सप्रे मैदान की जो जगह ली गई है, वहां कमर्शियल एक्टिविटीज और फूड प्लाजा बनाया जाएगा, लेकिन निगम प्रशासन ने साफ तौर पर किसी प्रकार की कमर्शियल एक्टिविटी का खंडन किया था. वहीं अब सार्वजनिक चौक-चौराहों पर बूढ़ा तालाब के प्रोजेक्ट का ब्लूप्रिंट लगाकर यह साफ कर दिया है की सप्रे मैदान की जो जमीन ली गई है वहां चिल्ड्रन पार्क बनाया जाएगा.
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मैदान का मल्टीपरपज उपयोग
महापौर एजाज ढेबर ने सप्रे मैदान के उपयोग को लेकर कहा है कि स्कूल की जो जमीन ली गई है उसका मल्टीपरपज उपयोग किया जाएगा, जिसमें आम नागरिक के साथ-साथ खिलाड़ी भी इसका इस्तेमाल कर पाएंगे. वहां किसी प्रकार की कमर्शियल एक्टिविटी नहीं होगी. साथ ही यहां पर अंतरराष्ट्रीय स्तर का फुटबॉल मैदान बनाया जाएगा.
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एक ओर जहां सप्रे मैदान को छोटा किए जाने के बाद विवाद हो रहा है. इसी बीच नगर निगम द्वारा पूरे प्रोजेक्ट का ब्लूप्रिंट सार्वजनिक चौक चौराहों पर लगाकर निगम ने अपनी मंशा जाहिर की है. बीजेपी लगातार इसका विरोध कर रही है, अब देखना यह होगा कि कब तक यह विवाद थम पाता है.