रायपुर:छत्तीसगढ़ में इस बार फिर सूखे जैसे हालात बने हुए हैं. प्रदेश में कुल 42 बांध हैं, जिसमें से ज्यादातर बांधों की स्थिति ठीक नहीं है. इसमें लगभग 58.72 फीसदी पानी ही भरा है. 17 बांधों में औसत से भी कम जलभराव हुआ है. इतना ही नहीं कई बांध ऐसे भी हैं, जिनमें 1 भी फीसदी जलभराव नहीं हुआ है.
रबिंद्र चौबे ने कहा कि प्रदेश में सूखे जैसे हालात छत्तीसगढ़ में सूखे के हालात को लेकर कृषि मंत्री रविंद्र चौबे का कहना है कि 'अभी भी हमें बारिश की प्रतीक्षा है. प्रदेश में बरसात की स्थिति ठीक नहीं है. बांधों में पर्याप्त जल नहीं है'. चौबे ने बताया 'पानी सिर्फ कृषि के लिए ही समस्या नहीं है, बल्कि पेयजल की भी समस्या बनी हुई है'.
राजस्व विभाग को निर्देश
चौबे ने कहा कि 'प्रदेश में बरसात की स्थिति पर सरकार नजर बनाए हुए है. मुख्यमंत्री भी राजस्व विभाग और कृषि विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों को आवश्यक कदम उठाने की दिशा निर्देश दिए हैं'. चौबे ने कहा कि 'आज प्रदेश के बांधों की स्थिति ठीक नहीं है. कई बांध आधे से भी कम भरे हुए हैं, जिससे आने वाले समय में इन बांधों से निस्तारित के लिए भी पानी देना संभव नहीं हो पाएगा'.
कम बारिश से सूखे जैसे हालात
बता दें कि पिछले दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश से किसानों में चिंता है, फिर भी ठीक-ठाक खेती की उम्मीद है. वैसे भी प्रदेश में कुछ घंटे बारिश होने के बाद तेज धूप हो जाती है, जिससे सूखे जैसे हालात बन जाते हैं.