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विद्युत कंपनी के खिलाफ रायपुर की सड़कों पर संविदाकर्मी बोलेंगे हल्ला, ये है मुख्य मांगें - विद्युत संविदा संघ के कर्मियों का प्रदर्शन

रायपुर की सड़कों पर पावर कंपनी के खिलाफ संविदाकर्मियों ने हल्ला बोलने की तैयारी कर ली है. संविदाकर्मचारी लगातार नियमितीकरण सहित अन्य मांगों को लेकर आवाज बुलंद कर रहे हैं

Chhattisgarh State Power Company
संविदाकर्मियों ने की प्रदर्शन की तैयारी

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Published : Mar 9, 2022, 9:29 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ स्टेट पावर कम्पनी में कार्यरत 2500 संविदा विद्युत कर्मचारी कम्पनी प्रबंधन और प्रशासन कि वादाखिलाफी के विरोध में प्रदर्शन करेंगे. संविदा कर्मचारी अपने नियमितीकरण सहित अन्य मांगों को लेकर एक बार फिर अनिश्चितकालीन आंदोलन की शुरुआत 10 मार्च 2022 से करने जा रहे हैं. आंदोलन का आगाज डंगनिया मुख्यालय घेराव से आरंभ होगा. इसके बाद विधानसभा घेराव, मुख्यमंत्री निवास घेराव करने की भी तैयारी संविदाकर्मी कर रहे हैं


वादे से मुकर रही पावर कंपनी
पावर कम्पनी प्रबंधन ने अगस्त 2021 में विद्युत संविदा संघ के कर्मियों को नवंबर से नियमित करने का भरोसा दिया था. लेकिन कंपनी लगातार अपने वादे से मुकर रही है और नई भर्ती प्रक्रिया के लिए टाल मटोल कर रही है. पावर कम्पनी प्रबंधन लाइन परिचारक भर्ती प्रक्रिया को अब तक 3 तीन बार स्थगित कर चुकी है. जिससे संविदा विद्युत कर्मचारी काफी ज्यादा गुस्से में हैं. विद्युत संविदाकर्मियों द्वारा भर्ती प्रक्रिया पूर्ण करने के लिए फरवरी 2022 में भी अनिश्चितकालीन आंदोलन किया था. पावर कम्पनी प्रबंधन द्वारा 21 से 26 फरवरी 2022 तक शारिरिक दक्षता परीक्षा एवं दस्तावेज सत्यापन कार्यक्रम पूर्ण कराने का आश्वासन दिया गया था. इसके बाद ऑनलाइन एडमिट कार्ड भी जारी किए गए. किन्तु आंदोलन स्थगन के दो दिन बाद ही प्रशासनिक कारण बताकर भर्ती प्रक्रिया एक बार फिर रोक दी गई. इस प्रकार के कृत्यों से संविदाकर्मियों के साथ ही नए अभ्यर्थी भी गुस्से में हैं.

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सरकार भी नहीं ले रही सुध
संविदा कर्मियों ने बताया है कि, अप्रैल 2016 से अगस्त 2021 तक 23 संविदा कर्मियों का निधन और सैकड़ों विद्युत दुर्घनाएं हुईं. जिसमें 60 से अधिक लोग स्थाई-अस्थाई तौर पर अपंग हो चुके हैं. इसके बाद सितम्बर 2021 से फरवरी 2022 तक दर्जनों विद्युत दुर्घटनाएं हुई. जिसमें 4 विद्युत संविदाकर्मियों का निधन हो गया है. जिसमें संविदाकर्मियों को उचित मुवावजा राशि भी नहीं दिया गया है, न ही उनके परिवार को अनुकंपा नियुक्ति दी गई है. ऐसे विषम परिस्थितियों में संविदा कर्मी अपने नियमित नियुक्ति का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, ताकि उनकी सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित हो सके. लेकिन कम्पनी प्रबंधन लगातार भर्ती प्रक्रिया को टालते जा रही है. इससे नाराज संविदा कर्मियों ने 18 फरवरी 2022 से ही कार्य बहिष्कार कर दिया था. अब 10 मार्च 2022 से रायपुर में धरना-प्रदर्शन के साथ मुख्यमंत्री निवास घेराव करने की योजना संविदाकर्मियों ने बनाई है.

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संविदाकर्मियों की प्रमुख मांगें

संविदाकर्मियों की दो प्रमुख मांगें हैं. जिनमें संविदाकर्मियों को रिक्त पदों पर नियमित किया जाए, दुर्घटनाओं में मारे गए संविदाकर्मियों के परिजनों को अनुकम्पा नियुक्ति दी जाए. संविदा संघ का कहना है कि, जब तक संविदाकर्मियों की नियुक्ति का आदेश जारी नहीं किया जाता है. तब तक इस बार आंदोलन जारी रहेगा.



संविदा कर्मियों के आंदोलन की रूप रेखा

  • 10 मार्च 2022 को डंगनिया मुख्यालय घेराव कर विरोध प्रदर्शन करना
  • 11 मार्च 2022 को काली पट्टी बांधकर धरना स्थल बूढा तालाब में प्रदर्शन कर आम सभा करना.
  • 12 मार्च 2022 को विधानसभा घेराव की योजना
  • 14 मार्च 2022 को मुख्यमंत्री निवास घेराव की योजना
  • संविदाकर्मी प्रशासन पर विश्वासघात का आरोप लगाकर रायपुर कलेक्टर को खंजर सौंपेंगे. 19 मार्च 2022 तक सामान्य धरना प्रदर्शन एवं आम सभा धरना स्थल में ही आयोजित किए जाएंगे.

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