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अभनपुर में निजी स्कूल के संचालक ने शिक्षकों को नौकरी से निकाला

अभनपुर के स्कूलों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है. एक स्कूल के संचालक के खिलाफ शिक्षकों ने सैलरी नहीं देकर नौकरी से निकालने का आरोप लगाया है. शिक्षकों ने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से भी की है जिस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

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Published : Sep 19, 2020, 11:51 AM IST

Updated : Sep 19, 2020, 12:55 PM IST

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शिक्षकों को नौकरी से निकाला

रायपुर:अभनपुर के गोबरा नवापारा नगर के अधिकांश स्कूलों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है. किसी स्कूल में फीस बढ़ने की वजह से पालक परेशान है तो कही तनख्वाह नहीं मिलने से शिक्षक परेशान नजर आ रहे हैं. एक निजी स्कूल के शिक्षकों ने सैलरी कट होने को लेकर शिक्षा विभाग के मंत्री से लेकर जिम्मेदार अधिकारी तक न्याय की गुहार लगाई है.

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पढ़ें- निजी स्कूल की मनमानी, फीस नहीं देने पर कर देंगे परीक्षा से वंचित

नगर के रजा कॉलोनी स्थित नवकार पब्लिक स्कूल संचालक मनमानी करते हुए स्कूल के सभी शिक्षकों को पिछले कई महीनों से न तो सैलेरी प्रदान की है और न ही काम पर वापस रख रहे हैं. इस वजह से उन्हें जीवनयापन करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सभी शिक्षक अब दूसरी नौकरी की तलाश में भटक रहे हैं. शिक्षकों का कहना है कि सरकार के स्पष्ट आदेश के बाद भी स्कूल प्रबंधन ने सभी को स्कूल से निकाल दिया है.

शिक्षक हुए बेरोजगार

संस्था के शिक्षक रमेश सिंह राजपूत, राजेश सिंह, ओमप्रकाश साहू, रौशनी देवांगन, पायल देवांगन, टिकेश्वरी साहू, दीक्षा गुप्ता, पवन तारक , वीरेंद्र साहू, डाकेश्वर साहू, मोनिका कंसारी आदि ने बताया की वर्तमान मे स्कूल संचालक उन सभी को स्कूल की ऑनलाइन क्लासेस नहीं लेने दे रहे हैं और उसकी जगह बाहर के शिक्षक क्लास ले रहे है, जिससे वे सभी बेरोजगार हो गए. वही उनकी सैलेरी भी पिछले कई महीनों से लंबित पड़ी है.

शिक्षकों ने बताया की ऑनलाइन क्लास प्रारम्भ करने के लिए जब संस्था संचालक से इस पर चर्चा की तो उन्होनें पूरी सैलेरी ना देकर सिर्फ 30 फीसदी सैलरी देने की बात कही, जिस पर उन्होंने असमर्थता जताते हुए इतने में काम करने से मना करते हुए 50 प्रतिशत राशि देने की मांग की,जिसके बाद सभी ने फैसला कर इस मामले को विकासखंड शिक्षाधिकारी, जिला शिक्षाधिकारी, अनुविभागीय अधिकारी, जिलाधीश आदि को पत्र लिखा और कार्रवाई कर न्याय दिलाने के लिए ज्ञापन सौंपा. महीनों बीतने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. आखिरकार जब शिक्षकों ने संचालक से बात कर नौकरी पर वापस रखने की बात कही तो उन्होंने साफ इनकार कर दिया है.

Last Updated : Sep 19, 2020, 12:55 PM IST

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