रायपुर :केंद्र में मोदी सरकार के पहले रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने 2015-16 में रायपुर प्रवास के दौरान हाई स्पीड ट्रेन चलाने की घोषणा की थी. आने वाले 3 साल में नागपुर से बिलासपुर तक हाई स्पीड ट्रेन चलाने की घोषणा की गई थी, लेकिन अब तक जमीनी स्तर पर योजना पूरी होती नजर नहीं आ रही है. नागपुर से बिलासपुर की दूरी ट्रेन से 6 से 7 घंटों की है. हाई स्पीड ट्रेन चलाने से यह दूरी केवल 2 घंटे 45 मिनट में तय कर दी जाएगी, जिससे यात्रियों को आवागमन में काफी सुविधा प्रदान होगी.
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हाई स्पीड ट्रेन चलाने के लिए पटरी के दोनों तरफ फेंसिंग करना जरूरी है, ताकि मवेशी पटरी पर ना जा सकें. बिलासपुर रेलवे जोन के तीनों डिवीजन अपने-अपने क्षेत्रों में हाई स्पीड ट्रेन चलाने की तैयारी कर रहे है. जिसके बाद सेक्शन टू सेक्शन पटरी दुरुस्त करने के बाद ही दोनों तरफ फेंसिंग करने का प्रोजेक्ट उतारा जाएगा. डीएम गौतम बनर्जी ने बताया कि हमारी मिनिस्ट्री और गवर्नमेंट ऑफ इंडिया ने डिसीजन लिया है कि मेजर रूट पर हम ट्रेन की स्पीड बढ़ाएंगे और उस स्पीड को बढ़ाने के लिए हमें अपने-अपने डिवीजन में कोशिश करनी है.
रूट किए जा रहे हैं तैयार
गौतम बनर्जी ने कहा कि सेक्शन में नागपुर से दुर्ग तक फर्स्ट फेज की हाई स्पीड ट्रेन चलाई जाएगी. अभी यहां पर ट्रेन की स्पीड मैक्सिमम 110km/h स्पीड पर चल रही है, जिसे 130km/h किया जाना है. सेकंड फेज में हम रायपुर से बिलासपुर तक हाई स्पीड ट्रेन की प्लानिंग करेंगे. इसके बाद बिलासपुर से झारसुगुड़ा की प्लानिंग की जाएगी. मुंबई से हावड़ा रूट में झारसुगुड़ा से नागपुर जो हमारे जोन में है उसको हम 130km/h के लायक बना रहे हैं और उसके लिए जो एलएचबी कोचेस है जो स्पीड में चल सकती है उसको भी हम तैयार कर रहे हैं.