रायपुर:हमर अस्पताल गुढ़ियारी की बड़ी लापरवाही सामने आई है. दो दिन से तड़प रही गर्भवती की कोई जांच नहीं की गई, वहीं जब मामला बिगड़ गया तो निजी हाॅस्पिटल ले जाने के सलाह दी गई. सोमवार को सरकारी हाॅस्पिटल से निजी हाॅस्पिटल ले जाते समय गर्भवती महिला ने दम तोड़ दिया. हमर अस्पताल पर लापरवाही को आरोप लगाते हुए परिवार के लोग गुस्से में आ गए और मितानिन समूह के साथ मिलकर अस्पताल में नारेबाजी शुरू कर दी. मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने मामला शांत कराने की कोशिश की, लेकिन परिवार के लोगों ने एक न सुनी. नारेबाजी कर रहे लोगों ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की.
9 जून को हमर अस्पताल में भर्ती हुई थी गर्भवती:गर्भवती महिला को गुढ़ियारी के हमर अस्पताल में 9 जून को भर्ती कराया गया. डॉक्टर और नर्स को इस बात की जानकारी थी कि महिला काफी दर्द में है. बावजूद इसके स्वास्थ्य टीम ने न तो महिला की सोनोग्राफी कराई और न ही कोई जांच हुई. 2 दिन अस्पताल में बिना किसी जांच के गर्भवती तड़पती रही. हालत जब ज्यादा गंभीर हो गई तो अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों को निजी अस्पताल ले जाने की सलाह दी.
एंबुलेंस की भी नहीं थी व्यवस्था:अस्पताल में एंबुलेंस की भी कोई व्यवस्था नहीं थी. गर्भवती महिला को ई रिक्शा से निजी अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल पहुंचते ही गर्भवती महिला की मौत हो गई. इस पर नाराज परिवार वालों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया.