रायपुर: कुछ ही दिनों में नया साल आने वाला है. हर कोई चाहता है कि आने वाला साल सुख, समृद्धि, खुशी, ऐश्वर्य लेकर आए. हालांकि ज्योतिषियों का कहना है कि ये सब ग्रहों की दशा तय करती है. बात करें साल 2022 की तो इस साल की शुरुआत में भी कालसर्प योग बन रहा है. इसकी वजह से आने वाला समय भारी उलटफेर वाला रह सकता है.
31 दिसंबर से शुरू हो रहा है कालसर्प योग
कोरोना काल के दौर के साथ ही नव वर्ष का आगमन कालसर्प योग के साथ हो रहा है. कालसर्प योग 27 जनवरी तक रहेगा. इस दौरान सावधानीपूर्वक आगे बढ़ने का समय है. सभी राशि वालों को इसका ध्यान रखना चाहिए. कालसर्प योग, राहु-केतु के एक ओर सभी ग्रहों के आ जाने से बनता है. कालसर्प योग में सभी ग्रह केतु से राहु की ओर बने हुए हैं और इसमें राहु-केतु अपनी उच्च राशियों में हैं. ऐसे में यह योग और प्रबल हो जाता है. इस योग की शुरुआत 31 दिसंबर 2021 से हो रही है. जो नए साल के आगमन को प्रभावित करेगी. ऐसे में रासायनिक क्रियाओं के बढ़ने और आकस्मिक घटनाओं के होने की आशंका को बढ़ावा मिलेगा.
भगवान भोलेनाथ की पूजा
ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्री पंडित अरुणेश शर्मा बताते हैं कि कालसर्प योग के आरंभ के दौरान चंद्रमा वृश्चिक राशि में रहेंगे. यही स्थिति भावनाओं के बहकने और मानसिक रूप से तनावग्रस्त होने की संकेतक है. इससे बचने के लिए भगवान भोलेनाथ की पूजा की जानी चाहिए और उनका जलाभिषेक किया जाना चाहिए. कालसर्प योग सभी राशियों के लिए नकारात्मक नहीं है.