रोबोटिक लैब में करेंगे प्रैक्टिकल क्लास रायपुर:स्वामी आत्मानंद स्कूलों में बच्चों को इनोवेशन सिखाने और तकनीकी ज्ञान को बढ़ाने के लिए अब रोबोटिक्स की शिक्षा दी जाएगी. पूरे देश से कुल 10 स्कूलों को चयन इसके लिए किया गया है. छत्तीसगढ़ के भी दो स्कूल इसके लिए चुने गए हैं. रायपुर के पंडित आरडी तिवारी शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल और बीपी पुजारी शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल में इस तकनीक को सिखाया जाएगा. जून माह से बच्चों को इस तकनीक का ज्ञान दिया जाएगा.
जो एजेंसी इसे इंस्टॉल करेगी वही सिलेबस देगी:जिला शिक्षा अधिकारी आरएल ठाकुर ने बताया कि "रायपुर के आरडी तिवारी स्कूल और बीपी पुजारी स्कूल में रोबोटिक्स पढ़ाने की स्वीकृति मिली है. यहां वर्तमान में इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया शुरू की गई है. जो एजेंसी इसे इंस्टॉल कर रही है, वही सिलेबस भी उपलब्ध कराएगी. इसमें कंप्यूटर रिलेटेड ज्यादा आइटम हैं, डिजाइनिंग भी है. यह सिलेबस सबसे हटकर होगा."
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निजी कंपनी सीएसआर बना रही लैब:निजी कंपनी सीएसआर इस लैब का निर्माण कर रहा है. अत्याधुनिक तकनीक से भरपूर इस लैब में इन्सुलेशन विस्थापन कनेक्टर्स, 3डी प्रिंटर, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, ब्रेडबोर्ड, यांत्रिक उपकरण, सोल्डरिंग आयरन जैसी सुविधाएं होंगी. चौथी कक्षा से नौवीं कक्षा के बच्चों को रोबोट और तकनीकी मॉडल बनाना सिखाया जाएगा. जानकारी के मुताबिक इस सत्र में बच्चों को सीखने का मौका जून माह से दिया जाएगा. बच्चे रचनात्मक दृष्टि से मॉडल बनाएंगे. बाद में उन्हें उसमें प्रोग्रामिंग करने का मौका दिया जाएगा.
पूरे देश में 10 स्कूल चयनित: पूरे देश में कुल 10 स्कूलों का चयन रोबोटिक लैब के लिए किया गया है. इसमें 2 स्कूल छत्तीसगढ़ के रायपुर से किया गया है. वर्तमान में ज्यादातर बच्चे परीक्षा में अच्छे नंबर लाने के लिए रटते हैं. लेकिन सब्जेक्ट्स को समझ नहीं पाते हैं. इसलिए प्रशासन ने थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल में भी समझने बढ़ाने के लिए रोबोटिक लैब की शुरुआत की है. रोबोटिक लैब में बच्चे प्रैक्टिकल करेंगे और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बनाएंगे. इससे उनकी तकनीकी शिक्षा का ज्ञान और भी बढ़ेगा.