रायपुर: राजधानी सहित पूरे प्रदेश में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है. वहीं दूसरी तरफ बिजली कटौती की समस्या से जनता बेहाल है. बिजली की समस्या को लेकर विपक्ष जहां सरकार को दोषी ठहरा रहा है. वहीं ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन (एआईपीईएफ) के संरक्षक का कहना है कि, 'बिजली की कटौती नहीं की जा रही है बल्कि मेंटेनेंस के काम की वजह से बिजली बंद की जा रही है'.
-मानसून मेंटेनेंस के लिए किया जा रहा बत्ती गुल संरक्षक पीएन सिंह का कहना है कि, 'मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व सीएम रमन सिंह नहीं जानते बिजली फिजिक्स के सिद्धांत पर चलती है'. उनका कहना है कि, 'विधानसभा और फिर लोकसभा चुनाव में आचार संहिता के कारण चुनाव आयोग के निर्देशों के चलते मेंटेनेंस का काम नहीं किया जा सका था, जिसके कारण अब रखरखाव और मेंटेनेंस का काम किया जा रहा है'.
ट्रांसफार्मर में दिक्कत
उन्होंने कहा कि, 'कुछ घंटों के लिए राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में बिजली बंद की जा रही है, ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि बारिश के मौसम में कोई दिक्कत न हो और बिजली बंद न हो'. उन्होंने कहा कि, 'सरकार ने जब से बिजली बिल हाफ किया है तब से लोग अपने घरों में एसी का अधिक उपयोग कर रहे हैं इससे ट्रांसफार्मर पर लोड पड़ रहा है जिसकी वजह से ट्रांसफार्मर में भी दिक्कत आ रही है जो की बिजली बंद होने का एक कारण है'.
लोगों को असुविधा से बचाने के लिए की जा रही बिजली कटौती
पीएन सिंह ने बताया कि, 'गर्मी के दिनों में लोग पंप के जरिए पानी खींचते हैं, जिस कारण प्रशासनिक आदेश की वजह से सुबह और शाम नल खुलने के समय में उन्हें बिजली बंद करनी पड़ रही है'. उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि, 'न सिर्फ प्रदेश में बल्कि देश में भी बिजली की कोई कमी नहीं है केवल लोगों को असुविधा न हो इसलिए बिजली को बंद किया जा रहा है ऐसे में राजनीतिक उद्देश्य से बिजली बंद की जा रही है, ये कहना बिल्कुल गलत है'.