रायपुर: पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के ओएसडी अरुण बिसेन की पत्नी जागेश्वरी बिसेन की नियुक्ति का मामला तूल पकड़ता जा रहा है, इस मामले को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोपों की बौछार की.
कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के ओएसडी अरुण बिसेन की पत्नी जागेश्वरी बिसेन की नियुक्ति मामले में किया प्रेसवार्ता का आयोजन. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विकास तिवारी ने पिछली भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, 'भाजपा सरकार ने अपने सगे संबंधियों और जान-पहचान के लोगों को नियम विरुद्ध, उच्च पदों पर नियुक्त किया है. उसमें से एक नियुक्ति मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के ओएसडी अरुण बिसेन की पत्नी की है.'
दोषियों पर हो कार्रवाई: कांग्रेस
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विकास ने मांग की है कि इस मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए. इसके साथ ही इस मामले में अरुण की पत्नी से रकम की वापसी भी की जाए, जो उन्होंने नियुक्ति के दौरान वेतन के रूप में लिया है.
परेशान कर रही कांग्रेस: बीजेपी
बीजेपी ने इस मामले को लेकर कहा है कि, 'कांग्रेस सरकार के पास करने को कुछ नहीं है, यही वजह है कि वे भाजपा के लोगों को परेशान करने के लिए आए दिन इस तरह के हथकंडे अपनाती है.'
सरकार बनाती है दबाव: संजय श्रीवास्तव
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव का कहना है कि, 'जांच के लिए कांग्रेस के कार्यकर्ता मांग करते हैं और फिर कांग्रेस सरकार की तरफ से दबाव बनाया जाता है. उन्होंने बताया कि, 'यह बड़े आश्चर्य की बात है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होते हुए भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कार्रवाई के लिए सरकार से मांग करनी पड़ रही है'.
ये है अरुण बिसेन की पत्नी का मामला
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के ओएसडी अरुण बिसेन की पत्नी जागेश्वरी बिसेन की नियुक्ति, नया रायपुर विकास प्राधिकरण में आईटी कंसलटेंट के पद पर की गई थी, जिसके लिए उन्हें हर महीने लाखों रुपए का वेतन दिया गया. इस दौरान जागेश्वरी ने बिना अवकाश लिए ही एमबीए की परीक्षा भी दी है.
कांग्रेस ने बनाया मुद्दा
इस मामले को कांग्रेस ने मुद्दा बनाया और वेतन के तौर पर की गई रकम ब्याज के साथ भुगतान किए जाने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.