रायपुर:प्रदेश के ज्यादातर जिलों में बारिश कम होने की वजह से अकाल जैसी स्थिति बनी हुई है. सावन का महीना बीत जाने के बावजूद प्रदेश की के ज्यादातर हिस्सों में धरती प्यासी है. रायपुर जिले और आसपास के जिलों की बात करें तो कम बारिश की वजह से स्थिति गंभीर है.
गंगरेल से पानी छोड़े जाने पर राजनीति यहां हाल ये है कि किसानों के द्वारा की गई बुआई के बाद बीज पानी न गिरने की वजह से खराब होने लगे हैं. इसे देखते हुए गंगरेल बांध से पानी छोड़ा जा रहा है. जिससे रायपुर, धमतरी, बलोदा बाजार, भाटापारा के आसपास किसानों की खेती को लाभ पहुंचाया जा सके. लेकिन गंगरेल बांध से पानी छोड़े जाने को लेकर राजनीति शुरू हो गई है.
कांग्रेस ने फैसले का किया स्वागत
कांग्रेस ने सरकार के इस निर्णय का स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया है. कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि सरकार का यह निर्णय किसानों के हित में लिया गया निर्णय है इससे किसानों की फसल को फायदा पहुंचेगा. इसका लाभ धमतरी, रायपुर, बलोदा बाजार सहित भाटापारा के किसानों को मिलेगा.
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बीजेपी ने किया विरोध
वहीं दूसरी ओर बीजेपी का कहना है कि समय निकलने के बाद बांध से पानी छोड़े जाने का किसानों को अब क्या फायदा मिलेगा. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने का कहना है कि पूर्व में ही अल्प वर्षा को देखते हुए विधानसभा सत्र के दौरान किसानों के हित में निर्णय लेने के लिए चर्चा कराए जाने की बात भाजपा के विधायकों द्वारा रखी गई थी लेकिन इस पर चर्चा नहीं हुई. उन्होंने कहा कि अब क्योंकि समय निकल गया है उसके बाद बांध से पानी छोड़ने का क्या फायदा. उपासने ने कहा कि सही समय पर किसानों को पानी बीज खाद उपलब्ध नहीं कराया इससे उनकी फसल खराब हो गई.