रायपुर : 11 दिसंबर को छत्तीसगढ़ में वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत हुई. इस ट्रेन को पीएम नरेंद्र मोदी ने नागपुर रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. नागपुर से बिलासपुर तक इस ट्रेन का जोरदार स्वागत हुआ.सेलेक्टेड स्टेशन पर ट्रेन को रोका गया और क्रू का स्वागत हुआ.लेकिन इस ट्रेन को चलाने की जानकारी छत्तीसगढ़ के मुखिया यानी भूपेश बघेल को नहीं दी गई. सीएम भूपेश बघेल ने ये बात खुद स्वीकारी है कि रेलवे की ओर से उन्हें किसी भी तरह की सूचना नहीं दी गई.CM Bhupesh statement regards Vande Bharat train
वंदे भारत के किराए पर सवाल :आपको बता दें कि वंदे भारत ट्रेन का किराया आम ट्रेनों की तुलना में काफी ज्यादा है.जिसे लेकर सीएम भूपेश बघेल ने सवाल उठाए हैं.सीएम भूपेश ने कहा कि " वंदे भारत रेल शुरू हुआ देश को प्रधानमंत्री ने सौगात दी है. लेकिन रेट इतना अधिक है कि आम आदमी उसमें सफर नहीं कर सकता. बड़े लोग कर सकते हैं. पैसे वाले कर सकते हैं. मध्यमवर्गीय जिन ट्रेनों से सफर करते हैं उन 40 ट्रेनों को सरकार ने बंद कर दिया था. महीनों तक ट्रेनें बंद रही .इस बारे में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और सांसद अरुण साव के मुंह से एक शब्द नहीं निकला. आज एक ट्रेन शुरू हो गई तो पूरे छत्तीसगढ़ को सिर पर उठा लिया.
नहीं मिला ट्रेन शुरु होने का निमंत्रण :मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा "वंदे भारत ट्रेन शुरू हुई. इसकी हम बधाई देते हैं. लेकिन जब छत्तीसगढ़ में वंदे भारत ट्रेन शुरू हुआ है तो कम से कम मुख्यमंत्री को तो निमंत्रण दे देते. रेल विभाग ने जब अंतागढ़ में ट्रेन शुरू की तब भी मुझे सूचना नहीं दी थी. छत्तीसगढ़ में वंदे भारत ट्रेन शुरू हुई तो नागपुर तक जा रही है उसमें भी मुझे सूचना नहीं है. भारत सरकार का रेल विभाग जिस प्रदेश में ट्रेन शुरू कर रहा है प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी इसकी सूचना तक नहीं है. ऐसा एक बार नहीं बल्कि यह दूसरी बार हुआ है.''