रायपुर: नारायणपुर में धर्मांतरण को लेकर बवाल मचा हुआ है. narayanpur conversion case in chhattisgarh इस बीच छत्तीसगढ़ क्रिश्चियन फोरम अध्यक्ष अरुण पन्नालाल ने कहा "छत्तीसगढ़ में लगातार मसीह समाज पर हमले हो रहे हैं. narayanpur conversion case पुलिस प्रशासन भी हमारी शिकायतें नहीं सुन रही है, ना ही सरकार हमारी मांगों पर ध्यान दे रही है. कांग्रेस सरकार में मसीह समाज में 380 हमले हुए और 2 हत्या हुई है. लेकिन सिर्फ तीन मामले पर ही एफआईआर दर्ज हुई."
सरकार हिंसा रोकने की अपील: अरुण पन्नालाल ने आगे कहा "जबकि बीजेपी सरकार में पिछले 15 सालों में मसीह समाज पर 18 हमले हुए और सभी में एफआईआर हुई, लेकिन अब तक उन मामलों में कार्रवाई नहीं हुई है. politics heated up on conversion in chhattisgarh आज मसीह समाज बेहद डरा हुआ है. chhattisgarh Christian community सरकार से हम मांग करते हैं कि सरकार हिंसा रोकने के लिए अपनी इच्छा शक्ति दिखाएं और प्रदेश को जंगलराज बनने से रोके."
"ईसाई समाज की नहीं सुन रहा शासन प्रशासन": छत्तीसगढ़ क्रिश्चन फोरम के महासचिव अंकुश बरियेकर ने कहा "बस्तर क्षेत्र के ईसाई समाज प्रायोजित और सुनियोजित हिंसा की चपेट में पिछले 2 साल आ रहा है. भाजपा शासनकाल में ईसाई समाज पर 18 मामले हुए और उन पर एफआईआर दर्ज हुई. लेकिन छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में ईसाई समुदाय पर 300 से अधिक हमले हुए हैं. अधिकतर मामलों में जब हम शिकायत करते हैं, तो शिकायत नहीं ली जाती.
"मामूली धाराओं में FIR से छूट जाते है आरोपी":छत्तीसगढ़ क्रिश्चन फोरम के महासचिव अंकुश बरियेकर ने कहा "शिकायतकर्ताओं को थाने में कहा जाता है, यह धर्म से जुड़ा मामला है, इसलिए आपकी शिकायत नहीं ली जाएगी. ऐसा करते हुए आज 300 से अधिक मामले हो गए हैं, जिन पर कोई कार्यवाई या FIR तक नहीं हुई. जानलेवा हमले में भी मामूली धाराएं लगाई जाती है जिसमें हमलावर पक्ष आसानी से छूट जाते हैं."
"किसी को भी धर्मांतरण कराने की अथॉरिटी नहीं": छत्तीसगढ़ क्रिश्चन फोरम के महासचिव अंकुश बरियेकर ने कहा "विरोधी पक्ष यह कह रहा है कि धर्मांतरण हो रहा है. लेकिन धर्मांतरण का स्थान क्या है. Christian community accused bjp and congress किसी चर्च या किसी को भी यह अथॉरिटी नहीं है कि वह धर्म परिवर्तन करवा सके. धर्म परिवर्तित करना स्वतः होता है, जिसमें वह कलेक्टर ऑफिस में ही जाकर कर सकता है.
"प्रदेश में ईसाई समाज की जनसंख्या घटी":धर्म परिवर्तन के बारे में आंकड़े हम कैसे दे सकते हैं, यह आंकड़े सरकार देगी. पहले छत्तीसगढ़ में हमारी जनसंख्या 2 फीसदी से अधिक थी. अब प्रदेश में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक हमारी जनसंख्या 1.92 फीसदी है. ऐसे में लोग यह कैसे कह सकते हैं कि धर्म परिवर्तन हो रहा है और ईसाई समाज की जनसंख्या बढ़ रही है. देखा जाए तो हमारे समाज की जनसंख्या तो कम हो रही है."
"शासन और प्रशासन है घटना की जिम्मेदार":छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के प्रांतीय उपाध्यक्ष राजाराम तोड़ेम ने कहा "प्रदेश में धर्मांतरण लंबे समय से चल रहा था और इसे रोकने का काम भी हम लंबे समय से करते आ रहे हैं. नारायणपुर में जो घटना हुई वह एकाएक नहीं हुई है. आदिवासी समाज के लोग बैठक कर रहे थे, उस दौरान ईसाई समाज के लोगों ने आदिवासीयों को पीटा. थाने में जब शिकायत करने पहुंचे, जब थाने वाले कोई कार्रवाई नहीं कर रहे थे. कार्रवाई नहीं करने के कारण जनता का आक्रोश दिखाई दिया. इस घटना की जिम्मेदार शासन और प्रशासन है.
"गिरफ्तार लोगों की रिहाई तक जारी रहेगा आंदोलन":छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के प्रांतीय उपाध्यक्ष राजाराम तोड़ेम ने कहा "हम लगातार धर्मांतरण रोकने का काम कर रहे है और यह काम जारी रहेगा. नारायणपुर में भी जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जब तक उनकी रिहाई नहीं हो जाती, हमारा आंदोलन जारी रहेगा. जब तक धर्मांतरण किए हुए अंतिम व्यक्ति की जब तक घर वापसी नहीं होती, हम प्रयत्न करते रहेंगे."
सनातन हिंदू धर्म मानने वालोंं से की अपील: छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के प्रांतीय उपाध्यक्ष राजाराम तोड़ेम ने कहा "धर्मांतरण में सबसे ज्यादा महारा समाज के लोग हैं. जो भी धर्मांतरित हुए हैं, उन्हें वापस लाने का काम छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज करेगा. हम अन्य समाज के लोगों से भी अपील करते हैं कि जो सनातन हिंदू धर्म को मानने वाले लोग हैं. उनसे धर्मांतरण रोकने में सहयोग करने की अपील करते हैं."
इन कारणों से हो रहे आदिवासी टारगेट:छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के प्रांतीय उपाध्यक्ष राजाराम तोड़ेम ने कहा "भोले भाले आदिवासियों को प्रलोभन देकर उनका धर्मांतरण किया जा रहा है, पढ़े-लिखे नहीं होने के कारण वे पास्टर के चंगुल में जा जाते है, जो परिवार बीमार होता है पास्टर उन्हें टारगेट करते हैं, और इलाज करने के नाम पर उन्हें धर्म अंतरित करने का काम करते हैं ."
क्या है भाजपा का पक्ष:छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण को लेकर भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कांग्रेस को दोषी ठहराया है. अजय चंद्राकर ने क्रिश्चियन फोरम पर निशाना साधते हुए कहा "छत्तीसगढ़ के भोले भाले आदिवासी और ग्रामीणों को बहला फुसला कर धर्मांतरित मत करें. वे लोग इस बात पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. वे लोग अपना बोरिया बिस्तर बांध कर अपना धंधा बंद कर रहें है. अगर उनके झाड़-फूंक करने से बीमारी ठीक हो जाती है, तो यहां के डायोसिस के छत्तीसगढ़ प्रमुख है, उन्हें जो भी बीमारी होगी, मैं फूक कर ठीक कर दूंगा."
"भूपेश सरकार में सभी धर्मों का हो रहा सम्मान":कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर का कहना है "छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार में सभी धर्मों और सभी समाज का सम्मान है. सभी के मौलिक अधिकारों की रक्षा हो रही है. कोई किसी के धर्म पर बेवजह की टीका टिप्पणी करता है या धार्मिक स्थल पर आक्रमण करता है, तोड़फोड़ करता है और उसकी शिकायत पुलिस प्रशासन तक पहुंचती है, तो उन पर एफआईआर दर्ज होने के साथ कानूनी कार्रवाई भी की जाती है.
"धर्मांतरण की आड़ में राजनीतिक मंसूबे को पूरा कर रही भाजपा":कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर का कहना है "धर्मांतरण जैसे विषय पर भारतीय जनता पार्टी राजनीतिकरण कर रही है. सबसे पहले उन्हें अपने 15 साल के कार्यकाल को झांकना चाहिए. उनके कार्यकाल में ही प्रदेश में सबसे ज्यादा चर्च का निर्माण हुआ. भाजपा की यह आदत है, जब वे सत्ता में नहीं होते हैं, वहां धर्म से धर्म को लड़ा कर, जात से जात को लड़ा कर हिंसा करके वैमनस्यता फैलाकर राजनीति करती है. भारतीय जनता पार्टी मुद्दा विहीन हो चुकी है, इसलिए धार्मिक भावनाओं की आड़ में छुप कर अपने राजनीतिक मंसूबे को पूरा कर रही है."