रायपुर : छत्तीसगढ़ में एक बार फिर सीएम भूपेश बघेल और कांग्रेस सांसद दीपक बैज ने संघ पर करारा हमला किया है. बीजापुर में सांसद दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में RSS, नक्सलियों से भी ज्यादा खतरनाक है. दक्षिण बस्तर में आदिवासी ग्रामीण सड़कों पर आकर पुल, सड़क और कैंप खोले जाने का विरोध कर रहे हैं. इस सबके पीछे भाजपा और RSS का हाथ है. दीपक बैज का आरोप है कि बीजेपी और RSS नक्सल प्रभावित गांवों के ग्रामीणों को बरगला रहे हैं, ताकि वहां विकास न हो पाए. बीजेपी और RSS की ये मंशा कभी पूरी नहीं होगी. प्रदेश की कांग्रेस सरकार अंतिम गांव तक विकास करेगी.
बस्तर सांसद दीपक बैज ने भाजपा को भी घेरा. उन्होंने 25 मई 2013 को हुए झीरम हमले को सुपारी किलिंग बताया है. बैज का आरोप है कि इसके लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री और मंत्री जिम्मेदार हैं. झीरम कांड के समय रमन सिंह मुख्यमंत्री थे.
छत्तीसगढ़िया वाद पर सियायसत
इस परिवर्तन से एक बार फिर छत्तीसगढ़िया वाद पर सियायसत तेज हो गई है. भूपेश बघेल ने कहा कि, 'बिसराराम स्थानीय व्यक्ति थे. छत्तीसगढ़ के माटी पुत्र थे. अब उनको भी हटा दिया गया. अब यहां आरएसएस का कोई आदमी स्थानीय स्तर पर कुछ बड़ा नहीं बोल सकता. छत्तीसगढ़िया व्यक्ति को हटाकर नागपुर से जुड़े लोगों को जिम्मेदारी दी गई है. जिस तरह से नक्सली सभी बड़े नेता व कमांडर आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में रहते हैं. यहां के लोग केवल बंदूक चलाने का काम करते हैं, उसी तरह आरएसएस के सारे नेता नागपुर में रहते हैं'.
छत्तीसगढ़ में RSS पर कब किसने दिया बयान
- दीपक बैज के RSS पर दिए गए बयान से शुरू हुआ विवाद
बीजापुर में सांसद दीपक बैज ने कहा था कि छत्तीसगढ़ में RSS ,नक्सलियों से भी ज्यादा खतरनाक है. बीजेपी और RSS नक्सल प्रभावित गांवों के ग्रामीणों को बरगला रहे हैं, जिससे वहां विकास न हो पाए. बीजेपी और RSS की ये मंशा कभी पूरी नहीं होगी. प्रदेश की कांग्रेस सरकार अंतिम गांव तक विकास करेगी. उन्होंने कहा कि दक्षिण बस्तर में आदिवासी ग्रामीण सड़कों पर आकर पुल, सड़क और कैंप खोले जाने का विरोध कर रहे हैं. इस सबके पीछे भाजपा और RSS का हाथ है. बीजेपी की कई ऐसी शाखाएं हैं. इसमें RSS एक ऐसी ही शाखा है, जो नक्सलियों से ज्यादा खतरनाक है.
बस्तर सांसद दीपक बैज के इस कड़े बयान के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि, 'मुझे पता नहीं कि बस्तर सांसद दीपक बैज ने किस आधार में यह बयान दिया है, लेकिन आरएसएस के जो समर्थक हैं वह पैर छूकर गोली मार देते हैं. महात्मा गांधी की हत्या कैसे की गई? पहले पैर छुए फिर गोली मार दी. झूठ भी फैलाते हैं.
- सीएम ने पहले भी बोला था हमला
23 जनवरी यानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर भी सीएम भूपेश बघेल ने संघ और बीजेपी पर जोरदार हमला बोला था. सीएम ने कहा था कि भाजपा के लोग आज गांधी, सुभाष, पटेल को अपनाना चाहते हैं. लेकिन सावरकर और गोडसे को छोड़ने को तैयार नहीं हैं. अगर भाजपा सच में गांधी, सुभाष, पटेल के विचारों को मानती है और उनके आदर्शों पर चलना चाहती है तो पहले गोडसे मुर्दाबाद बोले, सावरकर का साथ छोड़े.'
- बृजमोहन अग्रवाल ने बयान की निंदा की
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि RSS एक सामाजिक सांस्कृतिक संगठन है. RSS एक बड़ी ताकत है. ये उन लोगों के लिए है, जो देश विरोधी तत्व है. जिनको 'भारत माता की जय' के नारे में डर लगता है. ऐसे लोग आरएसएस के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी करते रहते हैं. अब कांग्रेसी नेताओं के पास भारतीय जनता पार्टी के लिए बोलने के लिए कुछ बचा नहीं है, तो वे आरएसएस के खिलाफ कुछ भी बयान देते रहते हैं.
सांसद दीपक बैज और सीएम को बृजमोहन की नसीहत
- उन्होंने सांसद दीपक बैज को नसीहत देते हुए कहा कि, 'दीपक बैज अब सांसद हो गए हैं. उनको क्या बोलना है, क्या नहीं बोलना है, सोचना चाहिए. किसी भी बात का कहने से पहले कोई विवेक होना चाहिए. वह दिल्ली की राजनीति की ओर बढ़ रहे हैं, उनको इतनी समझ तो होनी चाहिए'.
- उन्होंने सीएम भूपेश को भी नसीहत दे डाली. उन्होंने कहा कि, 'किसी भी गलत बात का समर्थन करना भी गलत है. गलत चीजों का समर्थन करने से आप भी गलतियों को बढ़ावा देते हैं. वैसे भी प्रदेश के बड़े पद में बैठने के बाद भी इस तरह के बयान देना शोभा नहीं देता है. अपने पद के हिसाब से बयान देना सही होता है'.
एक नजर RSS के छत्तीसगढ़ विवाद पर
- कांग्रेस के निशाने पर संघ, नक्सलियों से भी खतरनाक बताया
- RSS नक्सलियों से ज्यादा खतरनाक: सांसद दीपक बैज
- 'नाकामियां छिपाने के लिए कांग्रेस देती है उल जलूल बयान'