छत्तीसगढ़ में विधानसभा सत्र शुरू होते ही सियासी पारा हाई, विधायक दल की बैठक में कांग्रेस ने भरी हुंकार, सत्ता पक्ष ने भी किया मंथन
assembly session in Chhattisgarh छत्तीसगढ़ में नई विधानसभा का सत्र शुरू होते ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. सर्दी के मौसम में छत्तीसगढ़ का सियासी पारा हाई हो गया है. सत्ता पक्ष ने अनुपूरक बजट को लेकर चर्चा की है. जबकि कांग्रेस की तरफ से नारायणपुर में किसान की खुदकुशी के मामले को उठाने का फैसला किया गया है. BJP and Congress legislature party meeting
छत्तीसगढ़ में नई विधानसभा का सत्र शुरू होते ही राजनीतिक हलचल
रायपुर: छत्तीसगढ़ में नई विधानसभा का गठन हो गया है. उसके साथ ही सूबे का सियासी पारा हाई हो चुका है. छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सभी नव निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई गई. उसके बाद स्पीकर के रूप में रमन सिंह का चुनाव किया गया. अब सत्ता पक्ष और विपक्ष सत्र की नई रणनीति को लेकर मंथन कर रहे हैं. इसे लेकर रायपुर में बीजेपी विधायक दल की बैठक हुई. दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी विधायक दल की बैठक की है.
रायपुर विधानसभा परिसर में हुई बीजेपी विधायक दल की मीटिंग: बीजेपी विधायक दल की मीटिंग छत्तीसगढ़ विधानसभा के परिसर में हुई. इस मीटिंग में सीएम विष्णुदेव साय, डिप्टी सीएम अरुण साव और विजय शर्मा मौजूद रहे. इसके अलावा बीजेपी के सभी 54 विधायक इस मंथन में शामिल हुए. इस मीटिंग में छत्तीसगढ़ के विधानसभा सत्र को लेकर चर्चा हुई. सत्ता पक्ष ने इस सत्र के लिए आगामी रणनीति बनाई.
नेता प्रतिपक्ष के आवास पर हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक: कांग्रेस विधायक दल की बैठक नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत के आवास पर हुई. इस मीटिंग में नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत, पीसीसी चीफ दीपक बैज, पूर्व सीएम भूपेश बघेल मुख्य रूप से मौजूद रहे. उसके अलावा कांग्रेस के सभी 35 विधायक इस मंथन में शामिल हुए. छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र को लेकर इस मीटिंग में चर्चा हुई.
कांग्रेस किसान की खुदकुशी का मुद्दा उठाएगी:कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद कांग्रेस विधायक और पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि हम नारायणपुर में किसान की खुदकुशी का मुद्दा सदन में उठाएंगे. भूपेश बघेल ने कहा कि नारायणपुर में किसान की आत्महत्या के मामले को लेकर इसकी शुरुआत होगी और चाहे राज्यपाल का अभिभाषण हो या फिर सप्लीमेंट्री बजट हो. उसमें यह चर्चा होगी हम बड़े ही आक्रामक ढंग से अपनी बात रखेंगे.
ऐसी होगी कांग्रेस की रणनीति:बघेल ने कहा कि पहले देखना होगा की राज्यपाल के भाषण में कौन-कौन से मुद्दे आ रहे हैं. क्योंकि वह सरकार के कामकाज का आईना होता है उसमें सारी बातें आएंगी. उसके बाद हमारी राजनीति तय होगी. सप्लीमेंट्री बजट पेश होगा उस बजट में क्या-क्या रखा गया है ,जो मोदी जी की गारंटी उसमें कौन-कौन से बिंदुओं को सरकार छू रही है. उसको देखकर कल शाम को फिर बैठ कर रणनीति बनाएंगे. वहीं नक्सली घटनाओं को लेकर भूपेश बघेल ने कहा कि यह सारे मुद्दों को सदन में रखा जाएगा.
संसद में विपक्षी सांसदों के खिलाफ कार्रवाई लोकतंत्र की हत्या: वहीं लोकसभा में सांसदों के खिलाफ की गई कार्रवाई को लेकर भूपेश बघेल ने कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है. यदि राज्य सभा हो या फिर लोकसभा हो, यदि सांसद अपनी बात नहीं रख पाते और उनको नहीं रखने दिया जाता और उन्हें लंबित कर दिया जाता है. तो मैं समझता हूं कि यह लोकतंत्र समाप्ति की ओर एक कदम केंद्र सरकार उठा रही है
विधानसभा सत्र के दूसरे दिन क्या होगा: छत्तीसगढ़ विधानसभा का सत्र 21 दिसंबर तक चलेगा. दूसरे दिन बुधवार को राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन का अभिभाषण होगा. बताया जा रहा है कि सत्ता पक्ष ने राज्यपाल के अभिभाषण को लेकर भी चर्चा की है. राज्य पाल के अभिभाषण के बाद सत्र के कई कामकाज निपटाए जाएंगे. इस सत्र में साय सरकार की तरफ के अनुपूरक बजट भी लाया जा सकता है.