PM Modi Raigarh Visit: पीएम मोदी के रायगढ़ दौरे से सुलगी छत्तीसगढ़ की सियासत, सनातन और आदिवासी हित के मुद्दे पर राजनीति तेज - पीएम के रायगढ़ दौरे के क्या हैं सियासी मायने
PM Modi Raigarh Visit पीएम मोदी ने चुनावी साल में छत्तीसगढ़ में दौरों की संख्या बढ़ा दी है. पहले सात जुलाई को पीएम मोदी ने रायपुर का दौरा किया था. फिर अब 14 सितंबर को पीएम ने रायगढ़ का दौरा किया है. इन दौरों से छत्तसीगढ़ की सियासत और चुनावी समीकरण पर कितना असर पड़ेगा. इसे जानने के लिए पढ़िए यह खास रिपोर्ट Politics on PM Modi Chhattisgarh Visit
पीएम मोदी के रायगढ़ दौरे से सुलगी छत्तीसगढ़ की सियासत
रायपुर/रायगढ़: पीएम मोदी ने गुरुवार को रायगढ़ का दौरा किया. यहां उन्होंने बीजेपी की विजय शंखनाद रैली को संबोधित किया. पहले तो उन्होंने छत्तसीगढ़ को 6 हजार करोड़ से ज्यादा की सौगात दी. उसके बाद रायगढ़ में बीजेपी की सभा में कांग्रेस और विपक्ष पर जमकर प्रहार किया. इस तरह उन्होंने जनता की वाहवाही के साथ साथ पॉलिटकल स्ट्रोक भी खेलने का काम किया है.
केंद्र की योजनाओं की तारीफ की: बीजेपी की सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने केंद्र की योजनाओं की तारीफ की और कांग्रेस की राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला. पीएम आवास योजना में छत्तीसगढ़ की जनता को पीएम आवास योजना से वंचित रखने का आरोप पीएम मोदी ने बघेल सरकार पर लगाया. मोदी ने घोटाले से छत्तीसगढ़ के कांग्रेस के नेताओं की तिजोरी भरने की बात कही. इस दौरान इंदिरा गांधी के कार्यकाल का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि 50 साल पहले कांग्रेस ने गरीबी हटाने की गारंटी दी थी. आज भी वह इसी गारंटी पर चुनाव लड़ रहे हैं. यदि ये 50 साल में अपना काम ठीक से किए होते, तो आज मोदी को इतनी मेहनत नहीं करनी पड़ती.
आदिवासी हित और सनातन का मुद्दा पीएम ने उछाला: पीएम मोदी ने इस दौरान प्रदेश के आदिवासियों के विकास की बात कही. मिलेट्स मिशन का जिक्र किया. इसके अलावा उन्होंने सनातन संस्कृति पर चोट पहुंचाने का आरोप इंडिया एलायंस और कांग्रेस पर लगाया. उन्होंने कहा जो लोग 9 साल से चुनाव हार गए हैं. उनमें इतनी नफरत भर गई है कि उन्होंने मोर्चा खोल दिया है. इंडिया गठबंधन बनाया है. भारत की सनातन संस्कृति को समाप्त करना चाह रहे हैं. इस बीच मोदी ने छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का भी जिक्र किया. पीएम ने विपक्ष पर भारत को मिटाने का आरोप लगाया.
कांग्रेस ने पीएम मोदी पर किया पलटवार: पीएम मोदी के बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ वासियों के लिए नहीं बल्कि अपने मित्र अडानी का धंधा सेट करने आए थे.
"पीएम छत्तीसगढ़ को रेल कॉरिडोर की सौगात देकर अडानी के कोयले ओर लोहे में व्यापार को मजबूती देने के लिए आए थे . छत्तीसगढ़ की जनता का भला और ध्यान होता तो छत्तीसगढ़ से जो ट्रेन बंद की गई है. उसके बारे में वह कुछ बोलते हैं. किसानों के बारे जो चावल का कोटा घटा दिया उसके बारे में बोलते. धान खरीदी के लिए बायोमैट्रिक सिस्टम को समाप्त करने की जो सीएम बघेल ने बात कही है उसके बारे में बोलते. छत्तीसगढ़ में पीएम आवास योजना के 7 लाख आवास जो केंद्र सरकार के पास प्रतीक्षा सूची में है. उसकी बहाली की बात करते. इसके बारे में प्रधानमंत्री ने कुछ नहीं बोला. प्रधानमंत्री यहां झूठ बोलकर गए. प्रधानमंत्री हमारी सरकार पर गलत आरोप लगा कर गए . प्रधानमंत्री जो ईडी से गली गली कार्रवाई करवा रहे हैं उसकी पटकथा पढ़कर गए. एक बार फिर प्रधानमंत्री छत्तीसगढ़ आकर अपनी पद की गरिमा मिटा करके गए हैं": सुशील आनंद शुक्ला, प्रदेश अध्यक्ष,मीडिया विभाग कांग्रेस
पीएम के रायगढ़ दौरे के क्या हैं सियासी मायने: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस दौरे को राजनीति के जानकार अलग नजर से देखते हैं. वरिष्ठ पत्रकार अनिरुद्ध दुबे ने कहा कि" पीएम मोदी ने अपने भाषण में सभी मुद्दों को समेटने की कोशिश की है.उनकी सभा को देखकर लग रहा था मानो यह चुनावी सभा ही है. मोदी ने भगवान राम, कोदो कुटकी रागी,भ्रष्टाचार और शराब घोटाले की बात की. इस दौरान मोदी ने भूपेश सरकार पर जमकर निशाना भी साधा. आज की सभा अब तक साल 2023 में जितनी भी मोदी की सभा रही है उसमें सबसे सफलतम सभा मानी जा सकती है. क्योंकि पानी गिरने के बावजूद काफी संख्या में लोग जमा हुए"
पीएम मोदी के रायगढ़ दौरे से सुलगी छत्तीसगढ़ की सियासत
"विपक्ष के संयुक्त गठबंधन इंडिया को लेकर भी पीएम ने हमला बोला है. इस बार मोदी के भाषण में ऐसा लग रहा था मानो वह पूरा होमवर्क करके छत्तीसगढ़ आए हैं. पूरी तैयारी के साथ उन्होंने कांग्रेस और राज्य सरकार पर हमला बोला है. इस बार उन्होंने अपने भाषा में छत्तीसगढ़ की किसी भी चीज को नहीं छोड़ा. जो कांग्रेस छत्तीसगढ़ संस्कृति की बात करती है. उसमे भी मोदी ने यह बताने की कोशिश की कि हम यह काम तो कई सालों पहले करते आ रहे हैं":अनिरुद्ध दुबे, वरिष्ठ पत्रकार
पीएम मोदी की सभा से बिलासपुर संभाग की सीटों का कनेक्शन समझिए: यदि सीटों की बात की जाए तो सरगुजा संभाग की 14 में से 14 सीटे कांग्रेस के पास है. वही पांचों संभाग की बात की जाए तो पिछले विधानसभा चुनाव में बिलासपुर में ही भाजपा थोड़ी बहुत प्रतिष्ठा बच सकी थी. बीते विधानसभा चुनाव में बिलासपुर संभाग की 24 सीटों में से कांग्रेस ने 13 सीटें जीती थी. जबकि भाजपा महज 7 सीटें ही जीत सकी थी. वहीं बीएसपी और जोगी कांग्रेस के खाते में दो-दो सीटें आई थी .साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं और उसके बाद लोकसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ की 11 सीटों में से बिलासपुर संभाग के अंतर्गत चार सीटें आती हैं. इन चार सीटों में वर्तमान में तीन पर भाजपा और एक पर कांग्रेस काबिज है. यही वजह है कि भाजपा विधानसभा चुनाव के साथ-साथ लोकसभा चुनाव की भी तैयारी में जुट गई है. बिलासपुर संभाग की इन सीटों पर भाजपा का फोकस है. खासकर बिलासपुर लोकसभा सीट की बात की जाए तो यहां से भाजपा से अरुण साव सांसद है. वह अभी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भी हैं. इसलिए यह क्षेत्र काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है