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नगर सरकार: ऐसा रहा 2014 से 2019 का सियासी समीकरण - 2014 से 2019 का सियासी समीकरण

कांग्रेस ने पिछले निकाय चुनाव के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है. कांग्रेस इस बार 10 में से 4 पर पूर्ण बहुमत के साथ 5 पांच निगम में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के क्षेत्र में भी इस बार कांग्रेस ने सेंध लगाई है. राजनांदगांव में 2014 में बीजेपी 32 सीटों पर जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार कांग्रेस ने बीजेपी के गढ़ में सेंधमारी करते हुए 22 सीटें जीती है.

सियासी समीकरण
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Published : Dec 25, 2019, 4:46 PM IST

Updated : Dec 25, 2019, 5:16 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ में ठीक एक साल पहले विधानसभा में 15 साल बाद कांग्रेस की सत्ता में वापसी हुई थी. इसके तुरंत बाद लोकसभा चुनाव हुए और कांग्रेस को करारी शिकस्त मिली. लोकसभा चुनाव के बाद भूपेश सरकार को एक बार फिर अपनी लोकप्रियता निकाय चुनाव के जरिये साबित करने का मौका मिला. जिसमें कांग्रेस ने दम तो दिखाया लेकिन वो धार नहीं दिखी जो दिसंबर 2018 में भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस ने दिखाई थी. हालांकि परिणाम कांग्रेस के पक्ष में ही माना जा रहा है.

सियासी समीकरण
  • कांग्रेस ने पिछले निकाय चुनाव के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है. कांग्रेस ने इस बार 10 में से 4 पर पूर्ण बहुमत के साथ 5 पांच निगम में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. बात छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की बात करें तो, यहां 2014 के निकाय चुनाव में महापौर तो कांग्रेस के चुनकर आये थे, लेकिन सदन में 35 सीटों के साथ बीजेपी बहुमत में थी, इस बार कांग्रेस को बहुमत तो नहीं मिला है, लेकिन 34 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में कांग्रेस ने कब्जा जमाया है.
  • वहीं बिलासपुर में पिछली बार यानी 2014 में बीजेपी 38 सीट के साथ बहुमत में थी और यहां महापौर भी बीजेपी के थे, लेकिन इस बार कांग्रेस ने यहां बीजेपी को पटखनी देते हुए 35 सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं बीजेपी को इस बार 8 सीटों का नुकसान हुआ है और बीजेपी महज 30 सीट पर ही सिमट गई है.
  • पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के क्षेत्र में भी इस बार कांग्रेस ने सेंध लगाई है. राजनांदगांव में 2014 में बीजेपी 32 सीटों पर जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार कांग्रेस ने बीजेपी के गढ़ में सेंधमारी करते हुए 22 सीटें जीती है, जो बीजेपी से एक सीट ज्यादा है. हालांकि यहां किसी को बहुमत नहीं मिला है, और 8 सीटों पर निर्दलीय पार्षदों ने जीत दर्ज की है.
  • छत्तीसगढ़ के पूर्व नेता विपक्ष और वर्तमान में सबसे लोकप्रिय नेता टीएस सिंहदेव के क्षेत्र में कांग्रेस की स्थिति ठीक है, लेकिन पकड़ थोड़ी कमजोर हुई है. यहां 2014 में कांग्रेस को 27 सीटें मिली थी, वहीं बीजेपी 18 सीट पर जीत दर्ज की थी. इस बार कांग्रेस की सीटों में कोई बदलाव तो नहीं हुआ है, लेकिन बीजेपी की इस बार दो सीटें बढ़ी है. जो कांग्रेस के लिए चिंता का विषय है.
  • बात रायगढ़ की करें तो यहां 2014 में महापौर पद निर्दलीय के खाते में थी, लेकिन वार्डों में बीजेपी 18 सीटों के साथ कांग्रेस की 17 सीटों पर भारी पड़ी थी. इस बार कांग्रेस ने यहां बीजेपी को करारी शिकस्त देते हुए 48 में से 23 सीट अपने नाम की है, लेकिन कांग्रेस को सरकार के लिए यहां अभी भी 2 निर्दलीय पार्षदों की जरुरत है.
  • जगदलपुर में पिछली बार कांग्रेस के ही महापौर चुनकर आये थे, लेकिन सदन में कांग्रेस काभी कमजोर थी. कांग्रेस को महज 14 सीटों मिली थी, वहीं बीजेपी ने 24 सीटों पर कब्जा जमाया था, जिसे कांग्रेस ने पलटते हुए 28 सीटों के साथ अकेले सरकार बनाने की स्थिति आ गई है. वहीं बीजेपी को इस बार महज 19 सीटों से संतोष करना पड़ा है.
  • कोरबा में छत्तीसगढ़ सरकार के कद्दवार मंत्री और निगम में उनकी पत्नी के महापौर होने के बाद भी कांग्रेस कमाव नहीं कर पाई. यहां बीजेपी ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए पिछली बार 22 सीटों के मुकाबले इस बार 31 सीटों पर कब्जा जमाया है. वहीं कांग्रेस 34 सीट से घटकर महज 26 पर सिमट गई है.
  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के क्षेत्र में इस बार कांग्रेस ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए बीजेपी से सत्ता छीनने में कामयाब हुई है. 2014 में यहां से 22 सीटों के साथ बीजेपी के महापौर जीतकर आये थे. इस बार कांग्रेस ने दुर्ग में 30 सीटों पर अपना कब्जा जमाया है.
  • कमोबेश, यहीं कमाल धमतरी में भी कांग्रेस ने दिखाया है. धमतरी में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. बीजेपी को यहां 2014 में 28 सीटें मिली थी, लेकिन इस बार बीजेपी काफी पिछड़ते हुए महज 17 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाई है. वहीं कांग्रेस 9 से बढ़कर 18 सीट अपने नाम की है.
  • चिरमिरी नगर निगम में कांग्रेस ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए बहुमत के आंकड़ें को पार कर ली है. यहां 2014 में कांग्रेस को महज 12 सीटें मिली थी, जिसे बढ़ते हुए इस बार कांग्रेस ने 24 कर लिया है. वहीं बीजेपी को 2014 में 19 सीटें मिली थी, जो इस बार घटकर महज 13 रह गया गई है.
नगर निगम कुल सीटें भाजपा कांग्रेस निर्दलीय/अन्य
रायपुर 70 29 34 07
धमतरी 40 17 18 05
दुर्ग 60 16 30 14
राजनांनदगांव 51 21 22 08
बिलासपुर 70 30 35 05
रायगढ़ 48 19 24 05
कोरबा 67 31 26 10
अंबिकापुर 48 20 27 1
चिरमिरी 40 13 24 03
जगदलपुर 48 19 28 01
Last Updated : Dec 25, 2019, 5:16 PM IST

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