रायपुर: छत्तीसगढ़ में विधानसभा सीटों को लिहाज से बात की जाए तो बिलासपुर संभाग में सबसे ज्यादा विधानसभा सीटें हैं. बिलासपुर संभाग के बाद सबसे ज्यादा सीटों की संख्या वा संभाग रायपुर है. यहां विधानसभा की कुल 20 सीटें हैं. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से गरियाबंद तक , महासमुंद से धमतरी तक और बलौदाबाजार जिला इस संभाग में आता है. राजनीतिक दृष्टिकोण से यह संभाग काफी महत्व रखता है. कई हाईप्रोफाइल सीटें इस रीजन में हैं. जो सभी राजनीतिक दलों के लिए काफी महत्वपूर्ण है.
रायपुर संभाग का मौजूदा सियासी समीकरण (CG Election Battle On Raipur Division): साल 2018 के छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने इस संभाग में बाजी मारी थी. यहां की 20 सीटों में से 14 पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. जबकि पांच सीटों पर बीजेपी के विधायक चुनकर आए थे. एक सीट जोगी कांग्रेस को मिली थी. बीजेपी लगातार इस संभाग में कई बैठकें कर चुकी है. बीजेपी की तरफ से पीएम मोदी ने सात जुलाई 2023 को रायपुर संभाग से चुनावी शंखनाद किया था. उन्होंने रायपुर में बड़ी सभा को संबोधित किया था. उसके बाद से अमित शाह रायपुर में कई बड़ी बैठकों को ले चुके हैं. कांग्रेस की तरफ से भी सीएम ने युवाओं से भेंट मुलाकात की. उसके बाद तीन से ज्यादा बैठकें कांग्रेस ने इस संभाग में की है. राहुल गांधी ने दो सितंबर 2023 को यहां बड़ी रैली को संबोधित किया और राजीव युवा मितान सम्मेलन के जरिए युवा वोटरों को साधा. आम आदमी पार्टी की तरफ से आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने यहां एक जनसभा को संबोधित किया. उसके बाद उन्होंने आप आदमी पार्टी की 10 गारंटी में से 9 गारंटी को यहां लॉन्च किया है.
रायपुर संभाग का जातिगत समीकरण: छत्तीसगढ़ में जातीय फैक्टर का असर चुनाव पर दिखता है. यहां प्रदेश की कुल आबादी में 32 फीसदी आदवासी वर्ग यानी की अनुसूचित जनजाति से है. 13 फीसदी आबादी एससी यानी की अनुसूचित जाति वर्ग से आती है. जबकि सबसे बड़ा जनाधार जो की 47 फीसदी है वह ओबीसी वर्ग से है. रायपुर संभाग में रायपुर ग्रामीण, महासमुंद, धमतरी, बलौदाबाजार और कुरुद का क्षेत्र ओबीसी प्रभाव वाला क्षेत्र माना जाता है.