रायपुरःग्राम फरहदा में 10 साल पहले हुए अंधे कत्ल का पुलिस ने खुलासा (Police revealed blind murder) किया है. हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. संतोष यादव 10 साल पहले अपने नाना के घर ग्राम फरहदा खरोरा में रहता था, जहां वो अपनी प्रेमिका से मिलने खेत में गया था, साथ ही रखवाली के लिए अपने साथी लोकेश यादव को खड़ा किया था.
संतोष यादव और उसकी प्रेमिका को लेखराम सेन ने खेत में मिलते हुए देख लिया था. जिसके बाद संतोष की प्रेमिका वहां से तुरंत अपने घर चली गई. लेखराम सेन ने संतोष और लोकेश यादव को फटकार लगाई और गांववालों को सब बता देने की धमकी दी.
बदनामी के डर से हत्या
लेखराम सेन की बात से गुस्सा होकर दोनों दोस्तों ने उसकी पिटाई कर दी. वहीं पास में पड़े मिट्टी के ढेलों से लेखराम सेन के सिर पर वार कर दिया और अंत में बेल्ट से लेखराम का गला दबाकर हत्या कर दी, साथ ही बेल्ट को नहर में फेंक दिया और दोनों अपने गृहग्राम जरौद मंदिरहसौद पहुंच गए.
गांव के लोगों ने दी जानकारी
गांव के जैलूराम सेन ने मृतक लेखराम सेन के बेटे को जानकारी दी कि तुम्हारे पिता फरहदा में एक खेत में मृत अवस्था में पड़े हैं. जिस पर लेखराम सेन का बेटा अपने परिवार के साथ मौके पर पहुंचा, तो उसके पिता के सिर और चेहरे पर चोट के निशान पड़े मिले. लेखराम की मौत हो चुकी थी और वे झाडूराम सतनामी के खेत में पड़े थे. जिसके बाद बेटे की शिकायत पर थाना खरोरा में मामला दर्ज किया गया था.
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