रायपुर:एक आंकड़े के मुताबिक वर्तमान में छत्तीसगढ़ में करीब 18 लाख लोग मैसेंजर एप व्हाट्सएप से जुड़े हैं. बीते दिनों इसे चलाने वाली कंपनी ने प्राइवेसी को लेकर नियमों में कुछ बदलाव करने की घोषणा की थी. इसके बाद इसके यूजर्स की तरह-तरह की प्रतिक्रिया सामने आई है. कई यूजर्स ने इसे अपना रहे हैं तो कुछ दूसरे विकल्प पर विचार शुरू कर दिया है.
व्हाट्सएप की नई पॉलिसी का विरोध हो रहा है. धीरे-धीरे यूजर्स ने दूसरे प्लेटफार्म का उपयोग करना शुरू कर दिया है. एक सर्वे में पाया गया है कि छत्तीसगढ़ में 18 लाख लोग वाट्सएप के साथ-साथ दूसरे प्लेटफार्म का भी इस्तेमाल कर रहे हैं. कहीं न कहीं लोगों को निजी जानकारी लीक होने का डर सता रहा है. इस वजह से लोग व्हाट्सएप के साथ-साथ दूसरे प्लेटफार्म का इस्तेमाल करने लगे हैं. व्हाट्सएप के साथ-साथ सिग्नल और टेलीग्राम जैसे मैसेजिंग एप्लीकेशन का इस्तेमाल बढ़ा है. लोग पर्सनल चैट के लिए नए एप्लीकेशन का उपयोग कर रहे हैं.
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क्या कहती है व्हाट्सएप की नई पॉलिसी ?
व्हाट्सएप की नई पॉलिसी के तहत व्हाट्सएप ग्रुप लिंक, बिजनेस अकाउंट और प्रोफाइल फोटो को शेयर कर सकता है. व्हाट्सएप ग्रुप लिंक, प्रोफाइल, फोटो ग्राफ, वीडियो इकट्ठा करेगा. यह मोबाइल के साथ टैबलेट, कंप्यूटर और लैपटॉप के जरिये भी इकट्ठा किया जाएगा. ग्राहक को लेनदेन का डाटा, मोबाइल इंफॉर्मेशन, लोकेशन, आईपी डील और डाटा शेयर करने के लिए सहमति देनी होगी. जैसे आप किसी ई-कॉमर्स वेबसाइट के प्रोडक्ट्स को स्टोरी में शेयर करते हैं तो फेसबुक, इंस्टाग्राम भी उससे जुड़े एड आपको दिखाने लगेगा. आपके ग्रुप चैट या बिजनेस चैट को इकट्ठा करने से कंपनी को पता होगा कि कौन सा कंटेंट ज्यादा फॉरवर्ड किया जा रहा है. फेक न्यूज को ट्रेस करने में यह जानकारी काम आएगी. इसके अलावा बिजनेस अकाउंट से शेयर होने वाले मैसेज भी व्हाट्सएप पढ़ सकेगा.
व्हाट्सएप ने स्टोरी क्रिएट कर दी सफाई