रायपुर:एक ओर राज्य सरकार और नगर निगम सबसे पुराने और प्रसिद्ध बूढ़ा तालाब के सौंदर्यीकरण को लेकर पूरे शहर में बड़े-बड़े पोस्टर लगवा रही है. वहीं दूसरी ओर आम जनता और सामाजिक संगठन तालाब के विकास के लिए स्प्रे शाला मैदान को छोटा किए जाने का विरोध कर रहे हैं.
स्प्रे शाला के मैदान को लेकर विरोध बता दें, जिस दिन से यह घोषणा की गई है कि सप्रे शाला को छोटा किया जाएगा और तालाब के सौंदर्यीकरण का उसे हिस्सा बनाया जाएगा उसी दिन से लगातार सरकार के फैसले का विरोध किया जा रहा है. यह विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी क्रम में रविवार को सप्रे शाला और दानी गर्ल्स स्कूल के आसपास रहने वाले लोगों ने अपने घरों के बाहर तख्तियां पकड़ कर इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में छोटे-छोटे बच्चे भी तख्ती पकड़ विरोध प्रदर्शन का हिस्सा बने.
पढ़ें :रायपुर नगर निगम ने सार्वजानिक जगहों पर लगाए बूढ़ा तालाब सौंदर्यीकरण के पोस्टर
मैदान हमारी धरोहर
विरोध कर रहे रहवासियों का कहना है कि ये मैदान भी तो उनकी धरोहर ही है, पहले वे इसमें खेला करते थे, अब उनके बच्चे से खेल रहे हैं. उनके बाद उनकी आने वाली पीढ़ियां भी खेलेंगी. उन्होंने कहा कि, 'हम यह नहीं कह रहे हैं कि तालाब का सौंदर्यीकरण न किया जाए. सरकार को हक है वह बेशक तालाब का सौंदर्यीकरण करे, लेकिन उसके लिए इस तरह एक और धरोहर को नष्ट कर देना बिल्कुल गलत है'.
'मैदान को छोटा नहीं होने देंगे'
विरोध के बाद विपक्ष, सामाजिक संगठन और अब आम रहवासी भी इस आंदोलन में शामिल हो गए हैं. इन सभी का कहना है कि, 'चाहे जो हो जाए मैदान को छोटा नहीं होने देंगे'. अब सरकार के सामने एक बड़ी चुनौती उभरकर आई है कि वे लोगों को कैसे समझाएगी.
चौक-चौराहों पर लगाया गया ब्लूप्रिंट
बता दें, पिछले कई दिनों से स्प्रे मैदान को छोटा करने पर रहवासी विरोध प्रदर्शन में जुटे हैं. वहीं इन सबसे अलग नगर निगम द्वारा पूरे प्रोजेक्ट का ब्लूप्रिंट सार्वजनिक चौक-चौराहों पर लगाया गया है. जिसका बीजेपी लगातार विरोध कर रही है.