रायपुर: राजधानी बनने के बाद लगातार रायपुर शहर का विकास हो रहा है. क्षेत्रफल और जनसंख्या की दृष्टि से भी बढ़ोतरी हुई है. रायपुर शहर में पेयजल की व्यवस्था रायपुर नगर निगम करती है. रायपुर शहर की जीवनदायिनी खारून नदी के पानी दो बार फिल्टर होने के बाद लोगों के घरों तक पाइप लाइन के जरिए पहुंचता है.
लोगों के घरों तक पहुंचने वाले पेयजल की व्यवस्था का जायजा लेने के लिए ETV भारत की टीम नगर निगम के भाठागांव स्थित फिल्टर प्लांट पहुंची थी. इस दौरान टीम ने खारून नदी के पानी की फिल्टर प्रक्रिया को देखा.
- सबसे पहले इंटरवेल से पानी फिल्टर प्लांट भेजा जाता है.
- फिल्टर प्लांट में पानी को शुद्ध किया जाता है.
- फिर अलग-अलग प्रोसेस में पानी की शुद्धीकरण प्रक्रिया शुरू होती है.
- प्रक्रिया के बाद प्रयोगशाला में टेस्ट के दौरान पीने योग्य होने पर पानी को नगर निगम की टंकियों तक भेजा जाता है.
- टंकियों से पानी पाइप लाइन के जरिए लोगों के घर तक पहुंचता है.
ऐसे होता है पानी शुद्ध
मुख्य अभियंता आरके चौबे ने बताया जो सीपीएचईईओ (केंद्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण इंजीनियरिंग संगठन) की क्वालिटी गाइडलाइन का पालन करते हुए रायपुर शहर में लोगों के घर पर पेयजल पहुंचाया जाता है. रॉ वाटर को फिल्टर करने के लिए निर्धारित मात्रा में एलम का मिश्रण किया जाता है. उसके बाद गैस्किटएरिएटर से फ्लो बनने के बाद, ऑटो क्लेरीफ्लेक्टिएटर में पानी जाता है. फ्लैग सैटल होने के बाद पानी फिल्टर में जाता है. आधुनिक तकनीक रेपिण्डस एन्ड फिल्टर की मदद से पानी फिल्टर किया जाता है. फिल्टर पानी की जांच कर उसका रेगुलर क्लोरीफिकेशन किया जाता है. शुद्ध जल जहां एकत्र होता है उसकी प्रति घंटे नियमित रूप से जांच होती है. पेयजल के लिए उपयुक्त होने वाले पानी को शहर के विभिन्न टंकियों में भेजा जाता है. टैंकरों के माध्यम से भी लोगों के घरों में पानी की सप्लाई होती है.
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नगर पालिका के जल विभाग के अध्यक्ष सतनाम सिंह पनाग ने बताया कि रायपुर शहर के पानी की व्यवस्था, को टैंकर मुक्त करने का अभियान चल रहा है. साथ ही फिल्टर प्लांट में पानी को अच्छी तरह से फिल्टर करने की तकनीक अपनाई जा रही है. उन्नत तकनीक से पानी को फिल्टर किया जा रहा है.
बीमारियों से मिलेगा छुटकारा
पीलिया के जैसी शिकायतों को लेकर उन्होंने कहा कि शहर में कई पुरानी पाइप लाइन थी, वह सड़ जाती थी जिसके कारण गंदा पानी आया करता था. ऐसी बहुत सी पुरानी पाइप लाइन नालियों से होकर गुजरती थी इसे सुधारने का काम किया गया है. सड़ी हुई पाइप लाइन को निकालकर अच्छी पाइप लाइन डालने का काम फिलहाल जारी है. कई बार सीजनल पीलिया का प्रकोप होता है.