रायपुर:कोरोना संक्रमण के दौरान किए गए लॉकडाउन-1 में सभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद कर दिए गए थे. जिसके बाद लोगों की जिंदगी मानों थम सी गई थी. धीरे-धीरे ऑनलॉक के बाद पाबंदियों में छूट दी जाने लगी. अब ऐसे कम ही सेक्टर हैं, जिन्हें ऑनलॉक में शामिल नहीं किया गया है, लेकिन कुछ सेक्टर ऐसे हैं जिन्हें शुरू करने की कोशिश विफल साबित हो रही है. इनमें से एक है, पब्लिक ट्रांसपोर्ट सर्विस. सरकार ने ऑटो, बस, और ट्रेनों को शुरू करने की पहल तो की है, लेकिन अब तक ये सेक्टर कोरोना और लॉकडाउन की मार से उबर नहीं सका है. जिसका खामियाजा आम जनता को उठाना पड़ रहा है.
प्रदेश सरकार ने भले ही पाबंदियां हटा ली हैं, लेकिन रह-रह कर जिलों में लॉकडाउन लागू किया जा रहा है. एक जिले से दूसरे जिले जाने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का अभाव है, पाबंदियों से राहत देने के बावजूद कोरोना वायरस के प्रभाव के कारण सर्विस पूरी तरह से शुरू नहीं हो सकी है. ऐसे में मजबूर लोगों को पर्सनल व्हीकल का सहारा लेना पड़ रहा है. इससे उनके घर का बजट भी बिगड़ रहा है.
पढ़ें:मरवाही में किया गया अनुविभागीय दंडाधिकारी कार्यालय का शुभारंभ