रायपुर:देश में इन दिनों सड़क हादसे लगातार बढ़ रहे हैं. हादसों में पाया गया है कि वाहन चलाते वक्त ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करने और हेलमेट नहीं पहनने के कारण लोगों की जान जा रही है. हाल ही में रायपुर में ऐसे कई मामले देखे गए हैं, जिसमें लापरवाही से गाड़ी चलाने वाले लोगों का एक्सीडेंट हुआ है. ज्यादातर केस में सामने आया है कि ऐसे लोग या तो ट्रैफिक नियमों का पलन नहीं कर रहे होते हैं या नशे में गाड़ी चला रहे होते हैं. सड़क हादसों में मरने वालों में ज्यादातर केस बाइक, स्कूटी सवारों के हेलमेट नहीं पहनने के कारण होते हैं.
रायपुर ट्रैफिक पुलिस के एडिशनल एसपी एमआर मंडावी बताते हैं कि हर साल सड़क हादसे को कम करने के लिए सड़क सुरक्षा महीना या सप्ताह मनाया जाता है. अभी जनवरी में ही सड़क सुरक्षा माह मनाया गया है. इस दौरान ज्यादा फोकस रायपुर सिटी और रायपुर के ग्रामीण इलाके में सड़क हादसे को कम करने का रहा है. ट्रैफिक पुलिस यातायात नियमों को लेकर जागरूकता अभियान चला रही है. रायपुर जिले के आसपास के गांवों में जाकर समय-समय पर चौपाल भी लगाई जा रही है.
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भारत में सड़क हादसे के आंकड़े
भारत में हर साल सड़क दुर्घटना में 3 प्रतिशत तक का इजाफा होता है. इसकी चपेट में आने वाले 78 फीसदी लोग 20 से 40 साल के होते हैं. सबसे ज्यादा दोपहिया और चारपहिया वाहन में सवार लोग हादसे का शिकार होते हैं. बाइक चलाने वाले सैकड़ों युवा हर साल अकेले सिर पर गंभीर चोट लगने के कारण दम तोड़ देते हैं. जिसमें से 99 प्रतिशत केस हेलमेट नहीं पहनने के होते हैं. जानकारों के मुताबिक, हेलमेट से ना सिर्फ सिर बल्कि रीढ़ की हड्डी भी सुरक्षित रहती है.