रायपुर: गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के रूप में छत्तीसगढ़ को 28वां जिला मिल गया है. पत्रकारिता, सफेद भालू और धान के लिए जाना जाने वाला ये जिला राजनीतिक तौर पर भी पहचान रखता है. इस जिले को जोगी का 'गढ़' कहें तो गलत नहीं होगा. गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में 2 विधानसभा सीटें हैं, मरवाही और कोटा. छत्तीसगढ़ के गठन के बाद से ही ये दोनों सीटें कांग्रेस के पास रहीं और जोगी परिवार का दबदबा रहा.
नया राजनीतिक दल बनाने के बाद 2018 में जोगी परिवार ने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) से चुनाव लड़ा और पति-पत्नी विजयी हुए. वर्तमान में मरवाही से अजीत जोगी और कोटा से रेणु जोगी विधायक हैं. 2006 में जब कोटा में उप-चुनाव हुए थे तब रेणु यहां से पहली बार विधायक बनी थीं. उस वक्त ये सीट राजेंद्र प्रसाद शुक्ल के निधन के बाद खाली हुई थी, वे भी कांग्रेस से विधायक थे.
एक नजर डाल लेते हैं कि कब-कब कौन मरवाही और कोटा से विधायक रहा -