रायपुर: बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के ट्वीट को ट्विटर ने मैनिपुलेटेड मीडिया की श्रेणी शामिल किया है. इसे लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि जब-जब केंद्र की मोदी सरकार अपने ही नाकामियों से घिरते नजर आती है, तो फर्जी टूलकिट का सहारा लेती है. किसान आंदोलन जब जोरों पर था तब भी ऐसे हथकंडे अपनाए गए थे. उन्होंने कहा भाजपा के गिरते साख से इसके नेता घबरा गए हैं. मोदी लहर की भाजपा के नेता दिवास्वप्न देखा करते थे. वो अचानक से शून्यता की ओर आ जाने से घबरा गए हैं. इसी घबराहट में भाजपा अब की बार फर्जी दावे कर बूरी तरह से फंस गई है.
विकास उपाध्याय ने आज पत्रकारों से टूलकिट मामले में विस्तार से चर्चा करते हुए बीजेपी पर कई आरोप लगाए हैं. विकास ने कहा कि जिस तरह से भाजपा की मोदी सरकार पिछले 2 माह में अपनी असफल कार्यप्रणाली से अपने खुद के भारत देश में और पूरे विश्व में बदनाम हुई है और भाजपा की छवि शून्यता की ओर पहुंच गई है. वहीं मोदी की लोकप्रियता लगातार गिरते जा रही है.
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कांग्रेस को बदनाम करने का प्रयास
विकास उपाध्याय ने कहा कि बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा और बीजेपी के महासचिव बीएल संतोष ने चार-चार पेज के अलग-अलग दो डॉक्यूमेंट के स्क्रीनशॉट ट्वीट किए. इनमें से एक डॉक्यूमेंट कोविड-19 को लेकर था. दूसरा सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को लेकर और उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस ने देश में कोरोना महामारी को लेकर मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए ये टूलकिट तैयार किया है.
विकास ने कहा कि इसमें महत्वपूर्ण बात ये है कि सेंट्रल विस्टा पर जो डॉक्यूमेंट टूलकिट बता कर भाजपा नेताओं ने शेयर किए वो दरअसल टूलकिट नहीं बल्कि एक रिसर्च डॉक्यूमेंट है. जिसमें सेंट्रल विस्टा प्रोजक्ट के कारण होने वाले नुकसान की बात कही गई है. कांग्रेस रिसर्च डिपार्टमेंट के प्रमुख राजीव गौड़ा ने स्पष्ट रूप से स्वीकार किया है की इसे उनकी टीम ने बनाया है. लेकिन कोविड-19 को लेकर जो टूलकिट बनाया गया है वो पूरी तरह फर्जी है.