रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोविशील्ड वैक्सीन पहुंच गई है. वैक्सीन को सभी जिलों में बांट दिया गया है. पुलिस विभाग से वैक्सीन लूटने की खबर मिली थी. पुलिस का मानना है कि नक्सली वैक्सीन लूट सकते हैं. इसी मुद्दे पर संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने ETV भारत से खास बातचीत की. विकास उपाध्याय ने कहा कि नक्सली कोरोना वैक्सीन नहीं लूट सकते. नक्सली अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होंगे. सरकार ने वैक्सीन की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं.
गृह विभाग के संसदीय सचिव विकास उपाध्याय से बात पढ़ें: नक्सल इलाके में सुरक्षा के साथ पहुंचेगी वैक्सीन
विकास उपाध्याय ने कहा कि कोरोना वैक्सीन केंद्र सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार लोगों को लगाई जाएगी. इसके लिए जो भी गाइडलाइन जारी की गई है. उस गाइडलाइन के अनुसार राज्य सरकार ने तैयारी पूरी कर ली है. उसी के तहत प्रदेशभर में लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी.
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'वैक्सीन को नक्सली नहीं लूट सकेंगे'
विकास उपाध्याय ने कहा कि वैक्सीन के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. जहां वैक्सीन रखी गई है. उसके आसपास पुलिस का घेरा है. खासकर नक्सल क्षेत्रों में भी वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर जवान तैनात हैं. ऐसे में नक्सली वैक्सीन नहीं लूट सकेंगे.
'लोगों को वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया के लिए शासन तैयार'
छत्तीसगढ़ में 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगा. बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में वैक्सीनेशन अभियान प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में वैक्सीन को सुरक्षित पहुंचाना और लोगों को वैक्सीन लगाना किसी खतरे से कम नहीं है. आशंका यह भी जताई जा रही है कि नक्सली इस वैक्सीन को लूटने की फिराक में भी हैं.
सुरक्षा ऐजेंसियों ने जारी किया अलर्ट
सुरक्षा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नक्सली वैक्सीन को परिवहन के दौरान लूट सकते हैं. इस संभावना के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. जवानों की मौजूदगी में यह वैक्सीन बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचाए जा रहे हैं. छत्तीसगढ़ के 14 जिले नक्सल प्रभावित हैं. बस्तर, सुकमा, बीजापुर, कोंडागांव, कांकेर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बालोद, गरियाबंद, धमतरी, महासमुंद, कवर्धा, राजनांदगांव और बलरामपुर जिला नक्सलवाद झेल रहा है. 60 हजार से अधिक जवान यहां सुरक्षा में लगे हैं.