रायपुर : छत्तीसगढ़ में पदयात्रा पर राजनीति शुरू हो गई है. राहुल गांधी की पदयात्रा को लेकर प्रदेश भाजपा ने चुटकी ली थी. जिसके बाद कांग्रेस ने कहा था कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम हर साल नवरात्रि में मनोकामना यात्रा करते हैं. कांग्रेस के महामंत्री ने भाजपा को एक चुनौती दी थी कि कोई भाजपा का कार्यकर्ता 52 किलोमीटर 1 दिन चल कर बताए. इसके बाद राजनांदगांव से भाजयुमो के कार्यकर्ता रविवार सुबह 9 बजे से 63.9 किलोमीटर पैदल यात्रा कर आज रायपुर पहुंचे. वे मोहन मरकाम से मिलने उनके बंगले गए. जिसके बाद मोहन मरकाम के बंगले के बाहर कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं की झड़प देखने को मिली.
छत्तीसगढ़ में पदयात्रा पर राजनीति - challenge of Congress
Padyatra politics in Chhattisgarh: कांग्रेस की चुनौती पर भाजयुमो कार्यकर्ता पदयात्रा कर मोहन मरकाम के घर पहुंचे
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भाजुयमो के 3 कार्यकर्ता ने 1 दिन में की 63.9 किलोमीटर पदयात्रा: रायपुर जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी ने बताया "हम ज्ञापन देने आए थे. हमारा मकसद प्रदर्शन करना नहीं था. लेकिन कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने गुंडागर्दी कर हमारे कार्यकर्ताओं को धक्का दिया. पीछे धकेलने की कोशिश की, इसलिए हम आगे बढ़े. कांग्रेस के लोग पुलिस का सहारा लेकर हमें दबाना चाहते हैं. कांग्रेस के महामंत्री ने जो चुनौती दी थी, उसे भाजपा युवा मोर्चा ने स्वीकार किया था. कांग्रेस ने चुनौती दी थी कि भाजपा का कोई कार्यकर्ता 52 किलोमीटर पैदल चलकर दिखाए. हमारे युवा मोर्चा के 3 साथी रविवार सुबह 9 बजे निकले और आज 9 बजे तक 63.9 किलोमीटर की यात्रा कर रायपुर पहुंचे.
भाजपा का गुंडागर्दी का आरोप: रायपुर जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी ने बताया "कांग्रेस की चुनौती को स्वीकार कर पदयात्रा कर जब हम कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के घर पहुंचे हैं तो वह अपने घर में नहीं हैं. इससे यह पता चलता है कि मोहन मरकाम हम से डर गए हैं. कहीं ना कहीं अब भाजपा से कांग्रेस के नेताओं को डर लगने लगा है. कांग्रेस सत्ता की आड़ में गुंडागर्दी पर उतारू हो गई है. भाजपा का कोई कार्यकर्ता इनके गुंडागर्दी को बर्दाश्त नहीं करेगा."