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रायपुर: प्रदेश में जमकर ऑनलाइन शराब खरीद रहे लोग, सरकार पर बिफरा विपक्ष

छत्तीसगढ़ में शराब की ऑनलाइन बिक्री शुरू होने के बाद शराब व्यापारी खुश हैं, वहीं बड़ा वर्ग इसके दुष्प्रभाव को लेकर चिंतित है. शराब बिक्री पर विपक्ष भी सरकार को घेर रहा है. प्रदेश सरकार ने इसके लिए केंद्र की गाइडलाइंस का हवाला दिया है.

opposition surrounded cong government as online sales of liquor started in chhattisgarh
छत्तीसगढ़ में शराब की ऑनलाइन बिक्री शुरू

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Published : May 12, 2020, 1:56 PM IST

Updated : May 12, 2020, 9:40 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ में शराब की ऑनलाइन बिक्री शुरू हो गई है. प्रदेश में अब घर बैठे लोग मनपसंद शराब मंगा सकेंगे. शराब दुकानें खुलते ही लोगों की भारी भीड़ खरीदने के लिए जुट गई थी. कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग सबसे ज्यादा जरूरी है और दुकान खुलते ही सबसे ज्यादा उल्लंघन ही इसी का हुआ. जिसे देखते हुए प्रदेश सरकार को मदिरा ऑनलाइन बेचनी पड़ रही है.

छत्तीसगढ़ में शराब की ऑनलाइन बिक्री शुरू

ऑनलाइन शराब मंगाने के लिए सरकार ने एक ऐप जारी किया है जिसकी मदद से ना सिर्फ ऑनलाइन शराब की बिक्री शुरू हो गई है बल्कि डिलीवरी ब्वॉय की मदद से शराब घर भी पहुंच रही है.

ऐप से मिलेगी शराब

ऑनलाइन शराब मंगाने के लिए csmcl एप डाउनलोड कर इसमें मोबाइल नंबर सहित अपनी जानकारी देनी होगी और बुकिंग करनी होगी. बुकिंग के बाद दुकानदार के पास ऑर्डर पहुंच जाएगा. जिसके बाद डिलीवरी ब्वॉय की मदद से शराब घर तक पहुंच जाएगी. शराब बिक्री के डिलीवरी देने वालों की नियुक्ति एजेंसी के जरिए की गई है.

शराब की ऑनलाइन बिक्री में इजाफा

ऑनलाइन शराब बिक्री की व्यवस्था किए जाने के बाद जब व्यापारियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि शुरू से ही अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. टोटल लॉकडाउन के दौरान शनिवार और रविवार को भी ऑनलाइन शराब की बुकिंग और बिक्री हो रही है और लगातार ग्राहकों की संख्या बढ़ती जा रही है. एक दुकानदार ने बताया कि शनिवार को 6 सौ और रविवार को 15 सौ ऑर्डर ऑनलाइन मिले.

किशोर वर्ग पर बुरा असर

हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि ऑनलाइन शराब की बिक्री से युवा और किशोर वर्ग पर बुरा प्रभाव पड़ेगा. पहले संकोच के कारण नाबालिग शराब दुकान नहीं जा पाते थे लेकिन ऑनलाइन शराब की बिक्री शुरू होने से अब बिना डरे वे घर बैठे शराब मंगा सकेंगे, जिससे उनकी आदत बिगड़ने का डर बना रहेगा.


विपक्ष को मिला मुद्दा

घर बैठे ऑनलाइन शराब मुहैया कराने की व्यवस्था शुरू हो जाने के बाद विपक्ष ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव का कहना है कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के पहले अपने घोषणा पत्र में प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की बात की थी लेकिन सत्ता में आने के बाद अब वह शराब की बिक्री पर ही जोर दे रही ह. बीजेपी ने कहा कि घर बैठे शराब पहुंचाने की व्यवस्था कहीं ना कहीं सरकार की कथनी और करनी में अंतर को दिखा रही है. ETV भारत से संजय श्रीवास्तव ने कहा कि शराब से राजस्व का एक बहुत बड़ा हिस्सा मिलता है लेकिन इससे ही प्रदेश चलता है ऐसा नहीं है.


कांग्रेस ने केंद्र के पाले में डाली गेंद

वहीं कांग्रेस की मानें तो घर बैठे शराब पहुंचाने की व्यवस्था कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए की गई है, कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी का कहना है कि इस व्यवस्था के लागू होने से दुकानों पर भीड़ नहीं लगेगी और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन होगा. कांग्रेस प्रवक्ता ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि शराब बिक्री के लिए केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत ही काम किया जा रहा है.

चुनावी घोषणापत्र में था पूर्ण शराबबंदी का मुद्दा

बता दें कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के पहले अपने घोषणा पत्र में ये ऐलान किया था कि सरकार बनने के बाद उनकी सरकार प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू करेगी. लेकिन सत्ता पर काबिज होने के बाद लगातार कांग्रेस सरकार शराबबंदी मामले को लेकर पीछे हटती जा रही है यहां तक कि अब सरकार ने ऑनलाइन घर बैठे शराब पहुंचाने की व्यवस्था भी शुरू कर दी है जिसके बाद विपक्ष को कांग्रेस सरकार को घेरने का मुद्दा मिल गया है. हालांकि शराबबंदी के लिए कांग्रेस सरकार की ओर से एक कमेटी गठित की गई है जिसमें विभिन्न वर्गों से इसके लिए सुझाव मांगे गए है. ये कमेटी शराबबंदी के बाद होने वाले नफा नुकसान का आंकलन करेगी और एक रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंपेगी जिसके आधार पर राज्य सरकार आने वाले समय में प्रदेश में शराबबंदी को लेकर अपना निर्णय लेगी.

Last Updated : May 12, 2020, 9:40 PM IST

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