रायपुर: कोरोना संक्रमण के दौरान लोग अपनी फिटनेस को लेकर काफी ज्यादा जागरूक हुए हैं. अब तक जो लोग सालों से अपनी फिटनेस को लेकर बिल्कुल भी चिंता नहीं करते रहे थे, ऐसे लोग कोरोना संकट के दौर में साइकलिंग करने और कसरत करने की ओर आकर्षित हुए हैं. हालांकि कोरोना के इस दौर में जिम भी पूरी तरह नहीं खुल पाए हैं. लेकिन जिस तरह से अब प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 90 हजार के पार पहुंच गया है, ऐसे में जिम और साइकिलिंग में घंटों पसीने बहाने के बाद भी लोग अब कोरोना के शिकार हो रहे हैं. इसे लेकर फिटनेस एक्सपर्ट और स्वास्थ्य विशेषज्ञों से ETV भारत ने चर्चा की है.
कोरोना संक्रमण से कैसे बचें ? छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते संक्रमण और लगातार हो रही मौतों ने अब लोगों को डरा कर रख दिया है. ऐसे में लोग अब फिटनेस को लेकर सजग नजर आ रहे हैं. लोगों का मानना है कि इम्यूनिटी लेवल बढ़ाकर वे कोरोना से जीत सकते हैं. यही वजह है कि छत्तीसगढ़ जैसे राज्य में जहां पर लोग अपनी फिटनेस को लेकर इतने अवेयर नहीं थे, वह लॉकडॉउन के दौरान भी फिटनेस को लेकर जागरूक हुए.
साइकल की बिक्री बढ़ी
रायपुर में ही बीते 6 महीने में 10 हजार से ज्यादा साइकिल बिक चुकी है. लोगों ने जिम पर भी बहुत खर्च किया है. जिम बंद होने से कई लोगों ने अपने घरों में ही जिम की व्यवस्था कर ली. कुछ लग्जरी जिम में भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ वर्कआउट की व्यवस्था की गई है. जिस तरह से कोरोना वायरस का अटैक बढ़ा है. ऐसे में जिम और साइकिलिंग में घंटों पसीना बहाने वाले लोग भी इसकी जद में आ रहे हैं.
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कसरत के प्रति लोगों की बढ़ी दिलचस्पी
लॉकडाउन के चलते प्रदेश में लंबे समय तक जिम बंद रहे. लॉकडाउन शुरू होने के बाद से ही हाल फिलहाल 1 महीने पहले तक जिम बंद रहे. ऐसे में या तो लोगों ने अपने घरों में ही जिम तैयार कर लिया या फिर वे लोग साइकिलिंग की ओर प्रभावित हुए. रायपुर में पिछले 12 सालों से लगातार साइकिलिंग कर रहे एक शख्स बब्बन भोजवानी, जो कि पूरे शहर में जाने जाते रहे हैं, वे भी कोरोना की जद में आ गए.
कसरत के बाद भी संक्रमित हो रहे लोग
जीएसपी फिटनेस सेंटर के संचालक गौरीशंकर प्रधान भी मानते हैं कि जिस तरह से अब कोविड आक्रामक तरीके से फैला हुआ है, ऐसे में यह नहीं कहा जा सकता कि आप जिमिंग या साइकिलिंग करके इससे बच सकते हैं. हालांकि साइकिलिंग से ज्यादा जिम सेफ है. साइकिलिंग को लेकर रायपुर में ऐसे भी कई तरह की घटनाएं सामने आ चुकी है. जिम में भी लगातार मेहनत करने के बाद लोग कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं. इम्यूनिटी बूस्टर का लेवल अलग चीज होती है. वह हर व्यक्ति में अलग-अलग होती है इसके लिए काफी सारी चीजें डिपेंड करती है.
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फिजिकल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजिंग ही है बचाव
जिमिंग और साइकिलिंग जैसे फिटनेस बढ़ाने वाली चीजें करने के बाद भी लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं. इसे लेकर जब हमने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से बात की. उनका कहना है कि ये वायरस हर व्यक्ति पर अलग-अलग तरीके से अटैक करता है. डॉक्टरों का कहना है कि जरूरी नहीं कि जो लोग घंटे जिमिंग या साइकिलिंग करते हैं वे कोरोना से बच सकते हैं. स्वास्थ्य विषेशज्ञ डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा कि कोरोना को लेकर शासन ने जो गाइडलाइन बनाई है, उसका पालन करना ही कोरोना का बचाव है. लेकिन सरकार की गाइडलाइन के बावजूद लोग लापरवाही पूर्वक बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के सार्वजनिक जगहों पर घूम रहे हैं. सिर्फ व्यायाम करना या इम्यूनिटी पावर बढ़ाना कोरोना का बचाव नहीं है.