रायपुर: कोरोना संकट काल में अन्य बीमारियों का इलाज करवाने के लिए लोग अस्पताल जाने से बच रहे हैं. यही कारण है कि इसकी वजह से ओपीडी (OPD) के मरीजों में 30 से 40 प्रतिशत तक की गिरावट आई है. प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल मेकाहारा में प्रदेश और अन्य राज्यों के मरीज भी इलाज करवाने पहुंचते हैं. यहां ओपीडी में इलाज कराने वाले मरीजों में कमी देखने को मिल रही है. लोग कोरोना संक्रमण के डर से अस्पताल जाने से बच रहे हैं. लोगों के मन में डर है कि कहीं अस्पताल से ही उन्हें कोरोना न हो जाए.
मेकाहारा की पीआरओ शुभ्रा सिंह ठाकुर ने बताया कि कोरोना संक्रमण में ओपीडी के मरीजों में कमी देखने को मिली है. साल 2019 में नवंबर और दिसंबर महीने में जहां ओपीडी 44 हजार से लेकर 48 हजार तक होती थी, वही अभी सितंबर महीने में ये आंकड़ा 23 हजार तक आ गया है. अगस्त महीने में यह आंकड़ा और भी कम रहा. इस दौरान 17 हजार मरीज इलाज करवाने के लिए ओपीडी पहुंचे थे.
अस्पताल आने से बच रहे लोग: शुभ्रा ठाकुर
शुभ्रा ठाकुर ने बताया कि कोरोना की वजह से लोग वैसे भी अस्पताल आने से बच रहे हैं. इसके अलावा बीच-बीच में लग रहे लॉकडाउन के कारण भी लोग जो अन्य जिलों से या अन्य राज्यों से आते थे, वह अस्पताल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. यह सबसे बड़ी वजह है कि ओपीडी कम रही. इसके अलावा जो मरीज आ रहे हैं, तुरंत उनका टेस्ट किया जा रहा है.