रायपुर: लंबी दूरी से लेकर शहर में एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए सबसे सरल सुविधा बस से होती है. करोड़ों लोग रोजाना पूरे देश में बसों से यात्रा करते हैं. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की बात की जाए तो रायपुर में पंडरी बस स्टैंड बनाया गया है जहां से पूरे प्रदेश के लिए रोजाना सैकड़ों बसें आती और जाती है. यात्री निश्चिंत होकर इन बसों में रोजाना यात्रा करते हैं. सुरक्षा की दृष्टि से बात की जाए तो बसों में सुरक्षा के नाम पर कोई सुविधा नजर नहीं आती. आरटीओ ने पूरे बसों में मेडिकल किट रखने के नियम बनाए हैं, लेकिन बसें पुरानी होने पर मेडिकल किट भी बसों से गायब हो रहे है.
बसों से मेडिकल किट नदारद
ETV भारत ने रायपुर बस स्टैंड का सर्वे किया और बसों में मेडिकल किट का जायजा लिया. जिसमें यह पाया गया कि 50 प्रतिशत बसों में मेडिकल किट की सुविधा ही नहीं है. कुछ बसें ऐसी हैं जिसमें मेडिकल किट का डब्बा तो लगाया गया है, लेकिन उसमें से मेडिकल किट नदारद है.सिर्फ 10% बसें ही ऐसी है, जिसमें मेडिकल किट की सुविधा मौजूद है. ऐसे में बस में यात्रा करना किसी भी यात्री के लिए जोखिम भरा हो जाता है.
चर्चा में बस ड्राइवर ने बताया कि बसों में मेडिकल किट की सुविधा है. हर महीने मेडिकल किट को बदला जाता है और मेडिकल किट में मलहम, रुई, सारी चीजें रखी जाती है. चोट लगने पर यात्रियों को यह लगाया जाता हैं.