रायपुर :रूस-यूक्रेन युद्ध का असर देवी मंदिरों पर भी दिख रहा है. रूस और यूक्रेन युद्ध के कारण भारत में आयात होने वाले तेल के (Oil import expensive in India) दाम काफी बढ़ गए हैं. इस कारण मंदिरों में जलने वाले ज्योति कलश की राशि में भी 100 से लेकर 150 रुपये तक की वृद्धि कर दी गई है. बावजूद इसके चैत्र नवरात्र को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह दिख रहा है.
प्रति टीन 150 रुपये तक बढ़े तेल के दाम
गौरतलब है कि 24 फरवरी से रूस और यूक्रेन के मध्य युद्ध चल रहा है. इसकी वजह से भारत में आयात होने वाले तेल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. वर्तमान में प्रति टीन तेल के दाम में करीब 700 से लेकर 800 रुपए तक की वृद्धि हुई है. इस कारण देवी मंदिरों में भक्तों और श्रद्धालुओं द्वारा प्रज्वलित किए जाने वाले मनोकामना ज्योत या ज्योति कलश की राशि भी मंदिर समिति ने इस साल 100 रुपए से लेकर 150 रुपये तक बढ़ा दी है. इसके पहले कोरोना की वजह से कई देवी मंदिरों में ज्योति कलश की राशि में वृद्धि की गई थी.
शीतला मंदिर में अब 751 नहीं, 901 रुपये में जलेगी मनोकामना ज्योत...
शीतला मंदिर के पंडित योगेश पुजारी का कहना है कि शारदीय नवरात्र में तेल से जलने वाले ज्योति कलश की राशि 751 थी. इसे इस बार बढ़ाकर 901 कर दिया गया है. रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से तेल के दाम बढ़ गए हैं. इस कारण भक्तों और श्रद्धालुओं द्वारा जलाए जाने वाले ज्योति कलश की राशि बढ़ाई गई है. वहीं उन्होंने शीतला मंदिर में इस चैत्र नवरात्र में 1000 से 1200 के आसपास ज्योति कलश जलने की उम्मीद जताई है.