रायपुर: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार आते ही कांग्रेस ने प्रदेश में 50 शराब दुकानों को बंद करवाया था. ताकि प्रदेश में शराब की बिक्री कम हो सके. लेकिन केंद्र से जारी रिपोर्ट से चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. इस रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ में शराब की बिक्री बढ़ गई है. रिपोर्ट के अनुसार शराब की बिक्री और खपत के मामले में छत्तीसगढ़ पहले नंबर पर है तो त्रिपुरा दूसरे और पंजाब तीसरे स्थान पर है.
लखमा ने लगाया केंद्र सरकार पर आरोप दरअसल, भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है, जिसके अनुसार छत्तीसगढ़ शराब की खपत के मामले में देश में पहले नंबर पर है. यहां करीब 35.6% लोग शराब पीते हैं.
कुछ दिनों पहले 50 दुकानें की गई थी बंद
इस कड़ी में जब ETV भारत ने प्रदेश के आबकारी मंत्री कवासी लखमा से बातचीत की, तो उन्होंने कहा कि शराब बिक्री कैसे कम हो इसके लिए सर्वे कराया जाएगा. शराब बिक्री कम हो इसके लिए पिछले दिनों तकरीबन 50 दुकानें बंद की गई हैं.
लखमा का केंद्र सरकार पर आरोप
वहीं उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि 'केंद्र सरकार की तरफ से जारी किए गए आंकड़े गलत भी हो सकते हैं, क्योंकि राज्य में कांग्रेस की सरकार है, जिसकी वजह से केंद्र सरकार की ओर से गलत आंकडा पेश किया गया है, हम अधिकारियों से बात कर इसकी सत्यता की जांच करेंगे'
11 महीने बीतने के बाद भी नहीं हुई शराबबंदी
बता दें कि विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कहा था कि यदि प्रदेश में उनकी सरकार आती है, तो प्रदेश शराबबंदी की जाएगी, लेकिन सत्ता में काबिज होने के करीब 11 महीने बाद भी अब तक कांग्रेस सरकार की ओर से शराबबंदी को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. हालांकि इसके लिए एक कमेटी जरूर गठित कर दी गई है, लेकिन जिस तरह से अब आंकड़े सामने आ रहे हैं. उसे देखकर यह बखूबी अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार प्रदेश में शराबबंदी को लेकर कितनी गंभीर है.