रायपुर: देश के अन्य राज्यों से अगर तुलना की जाए, तो कोविड 19 के मरीजों की संख्या छत्तीसगढ़ में कम है. देशभर में बीते 41 दिनों से लॉकडाउन लागू है. अभी इसे 17 मई तक बढ़ा दिया गया है. लॉकडाउन अनिश्चितकालीन नहीं चल सकता. मौजूदा परिस्थिति और आने वाले 12 महीनों के मद्देनजर छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर पंडित जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल मेडिकल कॉलेज रायपुर के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग ने पोस्ट लॉकडाउन पॉलिसी तैयार की है.
इस रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है. रिपोर्ट की मानें तो आने वाले 6 से 8 महीने में प्रदेश में 60 से 65 हजार कोरोना वायरस संक्रमित मरीज पाए जा सकते हैं. यह रिपोर्ट अनुमानित है और ग्लोबल मेथड मॉडल पर आधारित है, जिसमें जनसंख्या और जनसंख्या घनत्व के आधार पर आकलन किया गया है. छत्तीसगढ़ की स्थिति अब तक बेहतर मानी जा रही थी, लेकिन सूरजपुर में 6, दुर्ग में 8 और कवर्धा में 6 प्रवासी मजदूरों के संक्रमित मिलने के बाद कहीं न कहीं स्थिति डगमगाती नजर आ रही है. हालांकि छत्तीसगढ़ के लिए राहत की बात है कि यहां अब तक 64 मरीज मिले हैं, जिनमें से 36 मरीजों को स्वस्थ कर उनके घर भेजा जा चुका है. अब प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 21 है और उनका भी इलाज एम्स रायपुर में जारी है.
पोस्ट लॉकडाउन स्थिति का अध्ययन
कुछ दिन पहले ही चिकित्सा शिक्षा संचालक एसएल आदिले ने करुणा कंट्रोल एंड कमांड सेंटर की कोर कमेटी के 4 अंतरराष्ट्रीय मॉडल के आधार पर मेडिकल कॉलेज रायपुर में हुए अध्ययन की रिपोर्ट पर प्रेजेंटेशन दिया है. अब सरकार को तय करना है कि प्रदेश में पोस्ट लॉकडाउन पॉलिसी का स्वरूप क्या होना चाहिए, जिससे खतरा कम किया जा सके.
हमारी तैयारी पूरी: स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इस पर कहा कि वैसे तो हमारी तैयारी पूरी है, लेकिन हम यही दुआ करेंगे कि ऐसी स्थिति न आए. वैसे जो रिपोर्ट सामने आए हैं, उनमें आंकड़े और बढ़ते नजर आ रहे हैं. यदि हम अपने देश की आबादी को देखें, तो ऐसा लग रहा है कि यहां आंकड़े बढ़ सकते हैं.